इस्लामपुर (नालंदा दर्पण)। सरकारी योजनाएं जनता के कल्याण के लिए होती है, लेकिन जब यही परेशानी का सबब बन जाए, उनके लिए जी का जंजाल बनता चल जाए जिससे जनता को रत्ती भर भी लाभ न पहुंचे तो फिर कैसी जन कल्याण कारी योजना।
कुछ ऐसा ही नजारा इस्लामपुर प्रखण्ड के खुदागंज सिलाव जाने वाली मुख्य मार्ग बरदाहा रेलवे लाइन के पास दिख रहा है। यहाँ आवागमन के लिए करोड़ों खर्च कर नीचे से पुल बनाया गया है।
कुल मिलाकर आवागमन ठप इसका मुख्य कारण खुदागंज के पास रेलवे खंड बरदाह में जो पुल है रेलवे लाइन के नीचे इसके नीचे पानी का जमाव काफी बढ़ जाने के कारण आवागमन ठप हो जाता है।
जिसके वजह से स्कूली बच्चा आम पब्लिक किसी भी प्रकार का गाड़ी पुल से निकलने में असफल है करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद आवागमन ठप रहता है आए दिन कोई न कोई वाहन फंसा ही रहता है।
ऐसा नहीं है कि इस समस्या को लेकर जनता ने अपने सासंद-विधायक और प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी लिखा। आंदोलन भी किए लेकिन नतीजा सिफर रहा। पिछले कई महीनों से लोग परेशानी में है।
बाबजूद सुशासन की सरकार में सब सुशासनिक नींद से जगे नहीं है। यहाँ तक कि रेलवे भी नींद में है। जनता की शिकायत पर पदाधिकारी रेलवे की जिम्मेदारी बता कर पल्ला झाड़ रहे हैं। ऐसे में जनता अपनी परेशानी लेकर जाए तो कहाँ?