“डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी राजगीर पुलिस अकादमी में ठहरे हैं। अपनी नालायकी में आकंठ डूबी राजगीर थाना पुलिस ने डीजीपी को दिखाने के लिए रात अंधेरे कार्रवाई की।अहम सबाल है कि मार्क्सवादी नगर में यदि शराब बनाने-बेचने का धंधा हो रही थी तो इसके पहले कभी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?……”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। मनमौजी व बिल्कुल बेलगाम साबित हो रही राजगीर थाना की पुलिस देर शाम अंधेरे मार्क्सवादी नगर मोहल्ले में शराब धंधेबाजों पर कथित कार्रवाई करने गई। जहां लोगों ने पुलिस टीम पर रोड़ेबाजी व फायरिंग करते हुए हमला बोल दिया। सैकड़ों महिला-पुरुष पुलिस दल पर पथराव करने लगे।
खबर है कि शराब धंधेबाजों पर कार्रवाई करने के दौरान पुलिस कई घरों में घुसकर महिलाओं की पिटाई करने लगी। जिससे लोगों में आक्रोश फैला और पुलिस पर पथराव होने लगी। ग्रामीणों की ओर से फायरिंग भी की गई।
इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 6 राउंड हवाई फायरिंग की। जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी आधा दर्जन थानों की पुलिस के साथ मार्क्सवादी नगर पहुंचे। जख्मी पुलिस कर्मी ईसा खां, नरेश कुमार संह, रामप्रवेश प्रसाद, रामाश्रय पासवान को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में लाया गया। गंभीर रुप से घायल एक जवान को विम्स रेफर कर दिया गया।
कहते हैं कि कुछ पुलिसकर्मियों को गांव में बंधक बना कर पीटा गया। भारी संख्या में सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे तो बंधक बने एक कर्मी को मुक्त कराया जा सका। हथियार भी छीन लिए गए।
इस वारदात के करीब डेढ़ घंटा बाद नालंदा एसपी निलेश कुमार मार्क्सवादी नगर पहुंचे। वारदात के काफी बाद पहुंचे एसपी के अनुसार कि पुलिस शराब धंधेबाजों पर कार्रवाई करने गई थी। उसी दौरान धंधेबाजों ने हमला कर दिया। अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
देखिए-सुनिए वीडियोः कहते हैं मार्क्सवादी नगर में घायल पुलिसकर्मी…..