नालंदा दर्पण डेस्क। अस्थावां प्रखंड में पंचायत समिति की बैठक में प्रमुख व उपप्रमुख मुखियों को अपमानित करते हैं। उन्हें माथा फोड़ने तक की धमकी देते हैं। बैठक से बाहर निकालने की भी धमकी दी जाती है।
इससे नाराज कई मुखिया बिहार शरीफ समाहरणालय पहुंचे और डीएम योगेंद्र सिंह को ज्ञापन देकर दोषियों पर कार्रवाई की गुहार लगायी।
अस्थावां प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष के अनुसार काफी दिनों से मुखिया के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। यह सब लफड़ा कमीशन का है। वे सात निश्चय योजना पर हो रहे कामों के एवज में कमीशन मांगते हैं। नहीं देने पर सौतेला व्यवहार किया जाता है। अब उनका सब्र जवाब दे गया। कमीशन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
अन्य मुखियों ने कहा कि पंचायत सचिव को जनता ने चुना है, तो मुखिया को भी जनता ही चुनकर लाती है। पंचायत के विकास में मुखिया की भूमिका कहीं से भी किसी से कम नहीं है।
फिर, उनके साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है। लोगों ने डीएम से इसपर कार्रवाई करने की गुहार लगायी है। ताकि, बैठकों में मुखिया की भी बातें सुनी जायें। उनके सुझाव पर भी काम हो सके।
पंचायत समिति की बैठक में खुलेआम मुखियों को बेइज्जत किया जाता है। लेकिन, स्थानीय अधिकारी उल्टे प्रमुख व उप प्रमुख को मौन स्वीकृति देते हैं। सात निश्चय योजना को धरातल पर उतारने के एवज में कमीशन की मांग की जाती है।