नालंदा दर्पण। अदद पत्थर की मूर्ति देख शीश नवाने वालों की असलियत की पोल उस समय खुल गई, जब वास्तविक में खुद एक हनुमान जी की करंट से मौत हो गई और उसकी सुध लेने वाले कोई सामने नहीं आए।
यह हादसा नालंदा जिले के पौराणिक धर्म नगरी राजगीर की है। वहां थाना के ठीक सामने करंट लगने से एक हनुमान जी की मौत हो गई। इसकी तत्काल सुध न तो किसी आम जन ने ली और न ही सूचना के बाबजूद पुलिस-प्रशासन ने।
बेतरतीब बिजली तारों के सहारे सीएम नीतीश कुमार की एलडी युग योजना को रौशन करने वाली लापहर विभाग के क्या कहने। भला वह क्यों पहुंचे अपनी भ्रष्ट व्यवस्था की खुद पोल खोलने। जाहिर है कि पत्थर की मुर्तियों के सामने सिर अदब करने वाले जिंदों की फिक्र कहां करते?