“अपराधियों के कारनामे से हंसती-खेलती छात्रा काजल की मौत पर भागलपुर खूब रोया। काजल इस दुनिया में अब नही रही, लेकिन काजल की मौत भागलपुर के लोगो को हमेशा याद रहेगा। कैसे बेटियां इस सरकारी व्यवस्था में सुरक्षित रह पाएगी। यह लोगों को चिंता सताने लगी है…”
ऩालंदा दर्पण। भागलपुर में हथियार बंद ऩकाबपोश अपराधियों ने चुपके से काजल के घर पर हमला बोल दिया और पिस्तौल की नोक पर एक बड़ा अमानवीय घटना को अंजाम देकर चलते बना।
पीड़ित परिजनों का कहना है कि अपराधियो ने जिस प्रकार से घटना अंजाम दिया है, उसे भागलपुर के लोग हमेशा याद रखेंगे। दिल को दहला देने वाली हृद्धयविदारक घटना, जिसने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया, परंतु अब तक सरकार की ओर से इस घटना मे संलिप्त अपराधियों के प्रति कोई ठोस कदम नहीं गया है।
यह भागलपुर के लोगो के साथ देश में एक दुःखद चर्चा का विषय बना है और इस घटना मे दोषियों को क्या सजा सरकार की ओर से मिलता है। लोग समय के इंतजार में बेठे है।
गौतम कुमार ने बताया कि उनकी बेटी काजल कुमारी घर पर मां के साथ घरेलु कार्य कर रही थी और मकान का मेन दरवाजा बंद था।
इसी बीच हथियार बंद तीन नकाबपोश चुपके से मकान की सीढी के सहारे घर में प्रवेश किया और पत्नी को बंदूक का भय दिखाकर काजल के चेहरा पर तेजाब उड़ेल दिया।
बेटी को चिल्लाते देख उसका मोबाइल ले लिया और मकान की मेन दरवाजा खोलकर भाग गया। भागने के दौरान नकाबपोश अपराधियों का एक लोडेड पिस्तौल के अलावे अन्य समान छुट गया था।
उन्होंने बताया कि बेटी को ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। संबंधित थाना को सूचना दी गई। पुलिस के द्वारा लोडेड पिस्तौल व अन्य समान बरामद किया गया। ईलाज के दौरान मौत से जंग लड़ते लड़ते अंततः काजल काल की गाल में समा गई।
पुलिस ने दो अपराधी पकडा, लेकिन घटना के बाद परे परिजनों के बीच भय एवं दहशत का महौल बना है कि इस सरकार मे कैसे लोग सुरक्षितत रह पाएंगे।
इधर नालंदा जिला स्वर्ण व्यवसायी सह मानवाधिकार जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार, स्वर्णकार समाज विकास एंव सोध संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष अरुण वर्मा, लखीसराय के इस संस्थान के जिलाध्यक्ष किशोर वर्मा आदि ने पीएम व सीएम से भागलपुर के पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने के साथ एक परिवार को नौकरी देने व इस घटना मे संलिप्त दोषियो को फांसी देने के अलावे देश के स्वर्ण व्यवसाईयो को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। ताकि इस प्रकार की घटना का अंजाम देने वाले अपराधी हिम्मत नहीं जुटा सके।
सबने एक सुर से कहा कि मांगें पुरा नहीं होने पर अगामी विधानसभा की चुनाव मे वोट वहिष्कार किया जाएगा।