“अभी मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से राज्य सरकार को छुटकारा भी नही मिला था कि लू के थपेड़ों ने राज्य सरकार और आम लोगो को झकझोर कर रख दिया है…..”
नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। पड़ोसी नवादा जिले में अब तक सिर्फ 17 लोगों ने लू की चपेट में आने से दम तोड़ दिया है, जबकि नवादा से अब तक 57 मरीजो को बेहतर इलाज के लिए नालन्दा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर किए गया है।
जिसमें अब तक 4 मरीजों ने पावापुरी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। जबकि दो की मौत रास्ते मे आने के दौरान हुई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक नालंदा जिले में 58 मरीजों का दाखिला पावापुरी मेडिकल कॉलेज में कराया जा चुका है। जिसमें महज नालंदा जिला का का मरीज बताया जाते हैं।
अब तक लू से सिर्फ 6 मरीजों की मौत पावापुरी मेडिकल कॉलेज में हो चुकी है। जिसमें एक पटना जाने के दौरान मौत हुई और एक नवादा से नालंदा आने के दौरान पवापुरी मेडिकल में मौत हुई है।
इसमें अब तक कुल 6 मरीजों की मौत की पुष्टि सरकारी आंकड़ों के अनुसार हो चुकी है। हालांकि आज हड़ताल के बावजूद पावापुरी मेडिकल में इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई है। इस हड़ताल के कारण नवादा से आए हुए मरीजों को परेशानी भी हो रही है।
पावापुरी मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट ज्ञान भूषण ने बताया कि हमारे यहां लू के मरीजों के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई है। किसी भी मरीज को किसी तरह का समस्या नहीं हो रही है।
वहीं लू से लगातार मरीजो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। फिलहाल नवादा में अब तक सत्रह की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 13 अभी भी सदर अस्पताल में भर्ती है।
शेष मरीजो को नवादा से बेहतर इलाज के लिए नालन्दा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भेजा जा रहा है।