“करीब 6 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग हरनौत प्रमंडल के माध्यम से कराई गई थी…”
बिहार शरीफ से दीपक विश्वकर्मा की रिपोर्ट
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। नालंदा में प्रधानमंत्री सड़क योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है। करीब साढ़े दस करोड़ से अधिक की लागत से निर्मित सड़क दो माह में ही टूटने लगी है। जगह जगह गढ्ढे हो गए हैं। जिससे वाहनों को चलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
इधर घटिया निर्माण की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने इस मामले की जाँच दूसरे विभाग के कार्यपालक अभियंता से कराये जाने की बात कही।
डीएम ने कहा कि जाँच के बाद सम्बंधित एजेंसी और विभागीय अभियंता पर करवाई की जाएगी।
दरअसल नालंदा जिले के थरथरी प्रखंड के कचहरिया पंचायत के हांसेपुर गांव से कचहरिया होते हुए जुड़े गांव की है।
करीब 6 किलोमीटर की इस सड़क का निर्माण ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग हरनौत प्रमंडल के माध्यम से कराई गई थी।
मुखिया सुनील कुमार उर्फ़ पप्पु के अनुसार दो माह पूर्व ही इस सड़क का काली करण किया गया था। उसके बाद से ही सड़क टूटने लगी।
मुखिया ने बताया कि निर्माण एजेंसी को आगाह किया गया था, बाबजूद इसके ठेकेदार ने मनमानी तरीके से पूरी तरह घटिया निर्माण किया है। यानि सीधे तौर पर यह कहा जा सकता है कि नालंदा में केंद्र के पैसे का बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है।