नालंदा दर्पण डेस्क। मगही में एक मशहूर कहावत है- ‘केकेरो आउर किस्सा तो केकरो अपन यार के किस्सा’। यह कहावत नालंदा जिले के राजगीर नगर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बखूबी चरितार्थ करने का मामला सामने आया है।
यह सब जानते हैं कि अभी 14 अप्रैल तक पूर्णतः लॉकडाउन घोषित है और आगे कब तक रहेगी, इसका आकंलन कोई भी करने की स्थिति में नहीं हैँ। क्योंकि लॉकडाउन धारा-144 से भी बड़ी अवधारणा है। लेकिन राजगीर नगर पंचायत के कार्यालय पदाधिकारी ने अपने कार्यालय पत्रांक-400 दिनांकः 08.04.2020 के जरिए आगामी 15 अप्रैल को सभा कक्ष में सभी पार्षदों की बैठक बुलाई है।
यह विशेष बैठक मुख्य पार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव प्रस्ताव हेतु आयोजित की गई है। जिसका संदर्भ वार्ड पार्षद-1 वैगरह के द्वारा प्रस्तुत आवेदन बताया गया है।
जाहिर है कि जहां सारे लोग कोरोना जैसे गंभीर वैश्विक महामारी को लेकर चिंतित हैं। अपने घरों में कैद हैं। वहीं नगर पंचायत में सब कुछ छोड़कर कुर्सी-कुर्सी का खेल चल रहा है।
ऐसे भी नालंदा जिले में जारी लॉकडाउन की सबसे खराब हालत राजगीर पंचायत क्षेत्र में ही देखने को मिल रहा है। यहां कभी भी सड़कों-गलियों में भीड़-भाड़ देखी जा सकती है। यहां के पुलिस-प्रशासन के लोग बिल्कुल लापरवाह बने हुए हैं। जबकि राजगीर एक पर्यटन स्थल है और यहां देश-विदेश से लोग आते रहे हैं।
the worst condition is at the badi milki tilha par( inside), mostly bad boys get together and make noise morning to night in current (lock down)time.