नालंदा दर्पण डेस्क। यह तस्वीर है सुशासन बाबू के गृह जिले नालंदा के चंडी प्रखंड मुख्यालय बाजार की। आज दोपहर पहले से पुलिसकर्मी आते-जाते वाहन सवार को दे लाठी डेंगा रहे हैं। यह सब एनएच 30 पर बस स्टैण्ड के आगे स्टेट बैंक के ठीक सामने का आलम है।
पुलिस की ऐसी गुंडागर्दी से लोग आक्रोशित हैं। लेकिन वे होली का महौल बिगाड़ना नहीं चाहते। प्राप्त तस्वीर में सिपाही के साथ जो शख्स वाहन चालक पर बेमतलब डंडा बरसा रहा है, वह चंडी थानेदार का निजी चालक बताया जाता है।
सवाल उठता है कि चंडी पुलिस बीच सड़क ऐसी उच्श्रृखंल व्यवहार क्यों कर रही है। कोई कहता है कि होली का खर्चा-पानी वसूलने का उसका अपना चिर परिचित तरीका है। कोई बेचारन के होलीयो में छुट्टी नय मिलता है तो अपन देह के गरमी सड़के पर न निकालेगा। कोई कहता है कि सभे पुलिसवा बालू के पैसा से दारु पी के बौराल है। बात कुछ भी हो।
ऐसे में पुलिस महकमा के आला अफसर ही बता पाएंगे कि कौन से अधिकार और कर्तव्य का पालन उनके करींदे यूं बीच सड़क कर रहे हैं। पुलिस गश्ती दल का प्रायवेट ड्रायवर के हाथ में डंडा के पीछे क्या राज है।