Home नालंदा सीओ-मीडिया पर यूं लगे गंभीर आरोप, जांच-कार्रवाई करेंगे डीएम ?

सीओ-मीडिया पर यूं लगे गंभीर आरोप, जांच-कार्रवाई करेंगे डीएम ?

नालंदा दर्पण डेस्क।  वेशक स्ट्रीम मीडिया के नकारेपन को सोशल मीडिया आयना दिखाती है। नालंदा जिले के एक युवक ने फेसबुक के जरिए जिला पदाधिकारी को संबोधित कर उनका ध्यान राजगीर अंचलाधिकारी की कार्यशैली की ओर आकृष्ट किया है…

लक्ष्य अग्रवाल ने अपनी फेसबुक पोस्ट में राजगीर सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उधर टीवी जर्नलिज्म से जुड़े अभिषेक कुमार ने अपनी फेसबुक पोस्ट में बिहार शरीफ और राजगीर के पत्रकारों के भी सरकारी भूमि पर कब्जा किए जाने की बात कही है।

लक्ष्य अग्रवाल ने लिखा है कि…rajgir cruption land 1 1

“मैं माननीय जिला पदाधिकारी नालंदा महोदय से निवेदन करता हूं कि राजगीर को सरकारी भूमि को बचाएं क्योंकि सरकारी भी मिलते जितने भी अधिक रमणकार्य हैं और जो भी है, क्योंकि उच्च अधिकारी के भी आदेश मानने के लिए अंचलाधिकारी राजगीर नहीं तैयार है, उनका नाम मृत्युंजय कुमार है।

जबकि पंडितपुर मौजा थाना नंबर 475 खाता 186 खसरा 1031 कुल रकबा 73 दिन पर अतिक्रमण है इसके लिए माननीय भूमि सुधार उप समाहर्ता नालंदा राजगीर और जिलाधिकारी महोदय द्वारा सरकारी घोषित कर चुका है।

फिर भी अधिकारी ने अंचल अधिकारी राजगीर मानने के लिए तैयार नहीं है मोटी रकम लेकर और उन्हें अधिकारियों के वह बता रहे हैं कि भूमिहीन हैं, जबकि उनके पास के कम से कम 1 से 2 एकड़ जमीन है। उसकी खाता प्लॉट भी जिलाधिकारी महोदय नालंदा राजगीर अनुमंडल पदाधिकारी अनुमंडल पदाधिकारी साथ राजगीर भ्रष्ट कार्य हो रहा है

इससे भी अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार की जा रही है इसे रोकने के लिए कोई पदाधिकारी आगे नहीं आ रहे मैं यहां से लेकर एक अधिकारी से लेकर बिहार का मुख्यमंत्री जा चुका हूं। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है आतंक मचा चुका है।

राजगीर अंचलाधिकारी मृत्युंजय कुमार सरकारी जमीन का ही सौदा कर रहे हैं। अतिक्रमणकारियों के बता रहे हैं कि भूमिहीन हैं। ऐसी ऐसी कितनी राजगीर भूमिहीन हैं, अंचल अधिकारी राजगीर प्रमाणित करें। 

मैं विशेष जिलाधिकारी महोदय से निवेदन करता हूं कि इस मामले को विशेष रूप से जांच करें…”

लक्ष्य अग्रवाल ने अपनी पोस्ट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट की है। इस पोस्ट-वीडियो को लेकर राजगीर सीओ से पक्ष लेने की बाबत संपर्क किया गया, लेकिन वे मोबाइल रिसिव करना मुनासिब नहीं समझा।

उधर टीवी जर्नलिज्म से जुड़े श्री अभिषेक कुमार अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखते हैं कि …

“राजगीर और बिहार शरीफ में कई ऐसे पत्रकार हैं,जो सरकारी मेला सैरात, तालाब की जमीन पर मकान बना दिखा रहे हैं हेकड़ी”।

बहरहाल, शोसल माइक्रो ब्लॉलिंग फेसबुक पर शासन तंत्र से जुड़े ऐसे पोस्ट सरकार के सुशासन और जीरो टॉलरेंस के ढिंढोरे की सरेआम पोल खोल रही है।

अब देखना है कि नालंदा डीएम उसपर जांच-कार्रवाई करने में कितना सक्षम हो पाते हैं। 

 

देखिए लक्ष्य अग्रवाल की पोस्ट के साथ जारी वीडियो…?

 

 

 

error: Content is protected !!
Exit mobile version