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राजगीर के लिए 2024 से बेहतर गोल्डन इयर साबित होगा 2025

राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर पहले अपनी ऐतिहासिक धरोहर, धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता हा है। लेकिन अब 2025 में एक नया रूप देखने को मिलेगा। इस छोटे से शहर में अगले साल एक साथ कई विकास कार्य होंगे। जो इसे शिक्षा, पर्यटन, साधना और अब खेल के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बना देंगे।

2024 के मुकाबले 2025 राजगीर के लिए निश्चित रूप से बेहतर साबित होगा। अगले साल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात मिलने के बाद यह शहर न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश और दुनिया से जुड़ जाएगा। इसके अलावा आयुध निर्माणी नालंदा के सभी यूनिट्स से उत्पादन शुरू होने जा रहे हैं। यह यहाँ के उद्योग और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देंगे।

वहीं नालंदा विश्वविद्यालय को सांची मॉडल के आधार पर एक भव्य ग्रंथागार मिलेगा। जो न केवल बिहार बल्कि देश के विश्वविद्यालयों में अपनी अनोखी पहचान बनाएगा। यह ग्रंथागार छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन होगा। राजगीर में एक नया पांच और सात सितारा होटल भी बनेंगे। जिनका स्थान चयन और नक्शा पहले ही तैयार हो चुका है।

2025 में राजगीर में एक 40 हजार दर्शकों की क्षमता वाला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी बनकर तैयार हो जाएगा। यह भारतीय क्रिकेट के नए दौर की शुरुआत करेगा। इसके अलावा मगध की ऐतिहासिक राजधानी में निर्माणाधीन जरासंध स्मृति पार्क का लोकार्पण भी तय है। जो इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को और बढ़ाएगा। पर्यटकों के बढ़ते आकर्षण के मद्देनज़र राज्य सरकार द्वारा नए ग्लास ब्रिज और देश के पहले क्लिप वॉक का निर्माण भी किया जाएगा। जिससे पर्यटकों के अनुभव में नया रोमांच मिलेगा।

नेचर सफारी परिसर में डायनासोर पार्क और ऐतिहासिक वेणुवन में लाइट एंड साउंड शो के निर्माण से राजगीर एक और आकर्षण का केंद्र बनेगा। वन्यप्राणी सफारी में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नया पक्षीशाला बनकर तैयार हो गया है। यह विदेशी पक्षियों का नया घर होगा।

अमृत भारत योजना के तहत राजगीर रेलवे स्टेशन को नया रूप दिया जाएगा, और राजगीर के अजातशत्रु किला मैदान में पुरातत्व संग्रहालय का निर्माण भी होगा। ताकि यहाँ की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा। इसके साथ ही राजगीर-बख्तियारपुर और तिलैया-कोडरमा रेलखंडों पर रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू होने जा रहा है। जोकि पर्यटकों की यात्रा को और सुविधाजनक बनाएगा।

राजगीर की पहचान अब शिक्षा, पर्यटन और खेल के क्षेत्र में भी बढ़ती जा रही है। 2025 में बिहार का पहला खेल विश्वविद्यालय पूरी तरह से कार्यरत हो जाएगा और यहां नवनिर्मित खेल अकादमी में आधे दर्जन खेल विधाओं में प्रशिक्षण कार्य शुरू हो चुका है।

आने वाले वर्ष में यहां सभी खेल विधाओं में प्रशिक्षण की शुरुआत होगी। राजगीर में होने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों के शेड्यूल की तैयारी भी पूरी हो चुकी है। जिनमें विमेंस कबड्डी विश्वकप, खेलो इंडिया गेम्स और हॉकी विश्वकप शामिल हैं।

राजगीर न केवल एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में बल्कि एक उभरते खेल और पर्यटन स्थल के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा और 2025 इसे अपने ‘गोल्डन इयर’ के रूप में मनाएगा।

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