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राजगीर के बंगालीपाड़ा में बड़ा कांड, पुलिस ने रेस्क्यू कर 79 बंधक युवाओं को छुड़ाया

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Big incident in Bangalipara of Rajgir, police rescued 79 hostage youths
Big incident in Bangalipara of Rajgir, police rescued 79 hostage youths

राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर थाना क्षेत्र अंतर्गत बंगालीपाड़ा में एक आलीशान मकान के अंदर बेरोजगार युवाओं को फर्जी रोजगार के नाम पर बंधक बना कर रखने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में 79 बेरोजगार युवकों को रेस्क्यू कर उन्हें आजाद कराया गया। पुलिस को मामले की जानकारी एक पीड़ित युवक द्वारा दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मकान को सील कर दिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

फर्जी आयुर्वेदिक कंपनी की जाल में फंसे युवकः बताया जाता है कि धन्वंतरि बायो रिसर्च आयुर्वेदिक मेडिसिन नाम की फर्जी कंपनी द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का झांसा देकर इस जाल में फंसाया गया था।

पीड़ितों का कहना है कि उन्हें काम देने के बदले पहले डोनेशन की मांग की गई थी। प्रत्येक युवक से 15 से 20 हजार रुपये की वसूली की गई और वादा किया गया कि उन्हें हर महीने 18 हजार रुपये का वेतन मिलेगा। लेकिन उन्हें न तो वेतन मिला और न ही बाहर जाने की अनुमति।

जानें कैसे हुआ खुलासा? एक पीड़ित युवक जो ठगी का शिकार हुआ था, उसने मौका पाकर पुलिस को फोन कर जानकारी दी कि बंगालीपाड़ा के मकान में कई लोगों को बंधक बनाकर रखा गया है और उनसे पैसों की वसूली की गई है।

इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक भारत सोनी के निर्देश पर टीम गठित कर छापेमारी की गई। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो अंदर का दृश्य देखकर हैरान रह गई। मकान के अंदर 79 युवक बुरी स्थिति में कैद थे।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार, मकान सीलः पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मकान मालिक और दो मुख्य आरोपियों, जिसमें एक का नाम बीरेन्द्र कुमार बताया जा रहा है, उसे गिरफ्तार कर लिया है। बीरेन्द्र मधुबनी जिले का निवासी है और वह युवाओं को बड़े पैमाने पर ठगने में शामिल था। इस घटना के बाद मकान को सील कर दिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।

युवाओं की दर्द भरी कहानीः पीड़ितों ने बताया कि उन्हें मकान के अंदर नजरबंद कर दिया गया था। उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं थी और कोई वेतन भी नहीं दिया गया। प्रदीप कुमार और नीतीश कुमार समेत अन्य युवकों ने कहा कि उन्हें पहले डोनेशन के रूप में बड़ी रकम जमा करने के लिए कहा गया और उसके बाद काम देने का आश्वासन दिया गया था।

पुलिस की जांच जारीः राजगीर थाना पुलिस के अनुसार इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है और अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है। पुलिस ने ठगी के इस बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है और आगे की कार्रवाई जारी है। मकान-मालिक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

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