“सभी पीड़़ित गरीबों को सरकार उनके क्षति -पूर्ति उचित तरीकों से करें और सभी को तीन-तीन डीसमील जमीन मुहैया कराए, नहीं तो भाकपा माले अंचलाधिकारी के समक्ष घेरा डालो-डेरा डालो मुहिम चलाएगी…
चंडी (नालंदा दर्पण)। चंडी बस स्टैंड में अपनी दुकानों से बेदखल हुए दुकानदारों की सुध लेने भाकपा माले की जांच टीम पहुंची। तीन सदस्यीय टीम ने पीड़ित दुकानदारों से उनका हाल जाना।
जांच टीम में हरनौत विधानसभा प्रभारी रामदास अकेला, नालंदा ठेला फुटपाथ संघ के महासचिव कॉमरेड पाल बिहारी लाल, इंकलाबी नौजवान सभा नालंदा सह राज्यपरिषद सदस्य, बिहार के कामरेड विरेश कुमार शामिल थे।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले हरनौत विधानसभा प्रभारी रामदास अकेला ने कहा कि वर्षों से मुहाने नदी पर लगभग 30 गरीब परिवार अपने जीविकोपार्जन के ख्याल से बसे हुए थे। जिनको इसके अलावे जीवन आपन करने के लिए और कोई साधन नहीं है। उनलोगों को निरंकुश प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के वगैर हीं उनके जीविकोपार्जन के साधन पर बुलजर चलाया है। जिसमें सभी परिवारों को लगभग 25 लाख रुपया के सामान का नुकसान हुआ है, जो किसी तरह न्यायसंगत नहीं है।
उन्होंने इसकी इसकी कड़ी निंदा करते हुए सरकार और प्रशासन से सभी दुकानदारों को उचित मुआवजा के साथ सभी को 3-3 डीसमील जमीन मुहैया कराने की मांग की।
वहीं टीम सदस्य कॉमरेड पाल बिहारी लाल ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जहां एक तरफ हर दिन यह कहते नहीं थक रही है कि वह सभी गरीबों को रोजी रोटी की साधन मुहैया करा रही हैं, जबकि इनके हीं विधानसभा हरनौत के चंडी प्रखंड के बाजार स्थित मुहाने नदी पर वर्षों से अपने जीविकोपार्जन के लिए नदी किनारे लगभग तीस दुकान गरीबों द्वारा लगाया जा रहा था, उसे प्रशासन द्वारा तहस-नहस कर दिया गया।
उन्होंने प्रशासन की इस कारवाई को कड़ी निंदा करते हुए सभी फुटपाथियों को भेंडर्स जोन बनाकर देने के साथ हुई क्षति का उचित मुआवजा देने की मांग की।
वहीं कॉमरेड विरेश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार एक तरफ गरीबों की रोजी रोटी देने की बात करती है, वहीं उनके हीं गृह विधानसभा क्षेत्र के चंडी बाजार करीब सैंकड़ों गरीब मुहाने नदी के तट पर वर्षों से जीवन यापन करने के लिए दुकान लगा रहे थे, जिसे सत्ता के नशे में चूर चंडी प्रशासन ने उनके जीविकोपार्जन के साधनों पर बेरहम तरीके से तहस-नहस कर दिया।
उन्होंने कहा कि चंडी के अंचलाधिकारी गरीबों के जीविकोपार्जन के साधनों पर बुल्डोजर चलाकर सत्ताधारी गुंडों के साथ खुशियां मना रही है।
जांच टीम ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी गरीबों को सरकार उनके क्षति -पूर्ति उचित तरीकों से करें और सभी को तीन-तीन डीसमील जमीन मुहैया कराए, नहीं तो भाकपा माले अंचलाधिकारी के समक्ष घेरा डालो-डेरा डालो मुहिम चलाएगी।
भाकपा माले की जांच टीम ने पीड़ित दुकानदारों के साथ मिलकर एक बैठक भी की। जिसमें निर्णय लिया गया है कि 20 अप्रैल को भाकपा माले के नेतृत्व में सभी फुटपाथियों के समर्थन में मुआवजे को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया है।