शिक्षानालंदाबिग ब्रेकिंगमीडियाराजगीरसिलाव

सोशल मीडिया से दूरी ने अंजली को बनाया BSEB साइंस स्ट्रीम में V टॉपर

राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने आज 25 मार्च 2025 को इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के बहुप्रतीक्षित परिणाम घोषित किए। इस बार नालंदा जिले में साइंस स्ट्रीम में महाबोधी कॉलेज की छात्रा अंजली सिंह ने 500 में से 472 अंक हासिल कर जिला टॉपर का खिताब अपने नाम किया। वहीं, कॉमर्स स्ट्रीम में नालंदा कॉलेजिएट की स्नेहा कुमारी ने 462 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। जबकि आर्ट्स स्ट्रीम में नालंदा कॉलेज के प्रियांशु राज ने 455 अंकों के साथ शीर्ष पर कब्जा जमाया।

सिलाव प्रखंड अंतर्गत शोभा बिगहा गांव की रहने वाली अंजली सिंह की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। पिछले दो वर्षों से अंजली पटना में रहकर नीट (NEET) परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। उनके पिता केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। जबकि उनकी मां एक समर्पित गृहिणी हैं। पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर की अंजली ने अपनी कड़ी मेहनत और अनुशासन से यह मुकाम हासिल किया है। इससे पहले उन्होंने सीबीएसई बोर्ड से 10वीं कक्षा में 98% अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का परिचय दे दिया था।

अंजली की सफलता की कहानी इसलिए भी खास है, क्योंकि उन्होंने आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया की शोर को पूरी तरह दूर रखा। अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रता बनाए रखने के लिए उन्होंने फोन और सोशल प्लेटफॉर्म्स को अपनी जिंदगी का हिस्सा नहीं बनने दिया।

अंजली ने बताया कि उसने कभी घंटों के हिसाब से पढ़ाई नहीं की। उसका एक निश्चित लक्ष्य था और उसे पूरी ईमानदारी और दृढ़ संकल्प के साथ पूरा करने की कोशिश की। उसका पसंदीदा विषय भौतिकी (फिजिक्स) है और वह भविष्य में एक सफल डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती है।

अंजली की इस उपलब्धि से उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनकी एक बड़ी बहन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। जबकि एक भाई शिक्षण के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। अंजली के माता-पिता ने उनकी मेहनत और लगन की जमकर तारीफ की। उनके पिता ने कहा कि अंजली ने हमारा सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। उसकी मेहनत और अनुशासन हमें हमेशा प्रेरित करता है।

वेशक अंजली की कहानी आज के युवाओं के लिए एक मिसाल है। जहां एक ओर सोशल मीडिया और डिजिटल व्याकुलताएं छात्रों का ध्यान भटकाने का काम करती हैं। वहीं अंजली ने यह साबित कर दिखाया कि लक्ष्य के प्रति समर्पण और आत्म-अनुशासन से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। उनकी इस उपलब्धि ने नालंदा जिले के अन्य छात्रों को भी प्रेरित किया है।

अंजली अब नीट परीक्षा की तैयारी में जुटी हैं और उनका सपना देश के किसी प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करना है। नालंदा दर्पण की ओर से अंजली और सभी टॉपर्स को उनकी शानदार सफलता के लिए हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button
error: Content is protected !!
The unsolved mysteries of the ancient Nalanda University राजगीर पांडु पोखर एक ऐतिहासिक पर्यटन धरोहर Rajgir Sone Bhandar is the world’s biggest treasure Artificial Intelligence is the changing face of the future