हरनौत (नालंदा दर्पण)। देश में भाजपा नीत सरकार के द्वारा लाए गये कृषि बिल के खिलाफ जहां देशभर के जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन और भूख हड़ताल का आयोजन किया गया, वही नालंदा के हरनौत में किसानों ने किसान बिल वापसी की मांग तथा अन्य समस्याओं को लेकर प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया।
इस धरने का नेतृत्व समाजसेवी चंद्र उदय कुमार उर्फ मुन्नाजी ने किया।इस मौके पर उन्होने किसान बिल को खेती-किसानी के लिए घातक बताते हुए इसे काला कानून बताया।
उन्होंने कहा कि किसानों की कमर पहले से ही टूटी हुई है वही सरकार अपनी मनमानी कर रही है। उन्हें किसानों का इतना बड़ा आंदोलन नहीं दिख रहा है।किसान बिल किसानों की बर्बादी का एक दस्तावेज है। वे पीएम मोदी को पत्र लिखकर किसान बिल वापसी की मांग करेंगे।
किसानों ने बीडीओ को एक मांगपत्र भी सौंपा, जिसमें हरनौत को अनुमंडल बनाने की मांग की गई। साथ ही हरनौत में जलजमाव से मुक्ति दिलाने,पराली जलाने के नाम पर किसानों को तंग तबाह बंद करने की मांग, हरनौत अस्पातल को अनुमंडलीय अस्पताल बनाने की मांग रखी गई।
इस मौके पर जेपी सेनानी रणजीत सिंह, रौशन कुमार, रामोतर पासवान, बाल्मीकी पासवान सहित कई लोग शामिल थे।