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    Wednesday, March 26, 2025
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      हिलसा DSP ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी बड़ी गलती, Video वायरल

      हिलसा (नालंदा दर्पण)। तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना में न्याय की उम्मीद लेकर सरपंच के पास पहुंची एक पीड़िता को ही बंधक बना लिया गया और उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

      पीड़िता के अनुसार वह नारायणपुर पंचायत सरकार भवन में अपनी शिकायत लेकर गई थी। जहां सरपंच मंटू कुमार ने उसे बंधक बना लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर सरपंच ने उसे जान से मारने की धमकी दी। लेकिन किसी तरह वह रात करीब एक बजे वहां से भागने में सफल रही और उसने सरपंच की दरिंदगी की सूचना पुलिस को  दी।

      फिलहाल पुलिस ने इस मामले में सरपंच मंटू कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। संरपंच को पकड़ने के लिए छापामारी कर रही है। वहीं, इस पूरे मामले को लेकर इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।

      इस घटना को लेकर हिलसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (प्रभारी डीएसपी)-2 रंजन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस की। लेकिन इस दौरान उन्होंने गंभीर लापरवाही बरतते हुए पीड़िता की पहचान सार्वजनिक कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में साफ स्पष्ट हो रहा है कि डीएसपी ने पीड़िता का नाम उसके पति के नाम के साथ उजागर कर दिया, जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है।

      इस संबंध में डीएसपी ने नालंदा दर्पण को बताया कि वे प्रेस कांफ्रेस में एफआईआर की कॉपी पढ़ रहे थे, जिसे किसी मीडियाकर्मी ने रिकार्ड कर वायरल कर दिया। हालांकि वायरल वीडियो देखने से ऐसा प्रतीत नहीं होता है।

      बता दें कि भारतीय कानून के अनुसार किसी भी यौन अपराध से जुड़े मामलों में पीड़िता की पहचान उजागर करना दंडनीय अपराध है। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 228-A के तहत पीड़िता की पहचान उजागर करने पर संबंधित अधिकारी या व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट भी इस विषय पर सख्त दिशा-निर्देश जारी कर चुका है कि पीड़िता की निजता का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।

      अब देखना है कि इस मामले में डीएसपी की लापरवाही को लेकर प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर क्या कदम उठाता है।

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