इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। प्रखंड के नवावगंज गांव निवासी स्व. कृष्णवल्लभ प्रसाद जन जन के नेता थे। विधार्थी जीवन से ही साम्यवादी आंदोलन की राह चुने। कम्युनिष्ट पार्टी के लाल झंडा के सिपाही वनकर आखिर सांस तक उन्होंने जुर्म, अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया।
धर्म मजहब की दीवार उनके बढते कदम को कभी रोक नहीं सका। राजनीतीि के कंटीले रास्ते पर निर्भिक होकर वे अनवरत चलते रहे और जनता के ज्वलंत समस्याओं को बुलंदी के साथ आवाज उठाने का काम करते रहे थे।
वे 5 फरवरी, 2001 को अपनो को अलविदा कर दुनिया से चल बसे। लेकिन जन्सम्पर्क की बांधी गई उनके द्धारा डोर आज भी मजवूत है। जिस डोर से बंधकर चलने के लिए लोग तैयार है।
वीर सपूत क्रांतीकारी योद्धा, हरदिल अजीज, गरीव, दलितों, शोषितों के मसीहा कम्युनिष्ट पार्टी के सिपाही एंव इसलामपुर की धरती के लाल स्व. कृष्णवल्लभ प्रसाद के लोग प्यार से केवी कहकर बुलाते थे।
वे इस क्षेत्र से कई बार विधायक निर्वाचित हुए। उनका 20वां पुण्यतिथि आज इसलामपुर में काफी धुमधाम के साथ मनाया गया।
इस मौके पर उनके पुत्र एवं वर्तान राजद विधायक अधिवक्ता राकेश कुमार रौशन ने बताया कि स्व. केवी जी की पुण्यतिथि हर साल 5 फरवरी को मनाया जाता है। हर साल की भांति उस वर्ष भी लोगों ने गाजे-बाजे के साथ स्व. केवी अमर रहे के नारे लगाते हुए नगर के केवी तिनमुहानी पहुंचे और स्व. केवी जी के आदमकद प्रतिमा पर मल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रर्धांजलि दी।
विधायक ने कहा कि जिस उम्मीद के साथ लोगों ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुनकर क्षेत्र का विकास करने का मौका दिया है, उनकी उम्मीदों पर खरा उतरुंगा।
समाजसेवी मिथलेश यादव ने कहा कि स्व. केवी गरीब गुरुवो के नेता थे और गरीबों के हक अधिकार दिलवाने के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे।
इस मौके पर गरीब-गुरुवो के बीच कंवल वितरण भी किए गए। भाकपा पार्टी के लोगो ने भी स्व. केवी जी के प्रतीमा पर मल्यापर्ण किया।
इस मौके पर शक्ति सिंह यादव, रेखा पासवान, अलोक मेहता, रामबली यादव, रामानुज राय, सुजय यादव, युगेशर गोप, उपेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ मंत्री जी,राधेलाल गुप्ता, अनील सिंह, उमेश पासवान, रंजीत यादव, ईशराइल उर्फ वर्वाद सिंह, सिद्घीसदन गिरी आदि लोग मौजूद थे।