चंडी (नालंदा दर्पण)। चंडी बस स्टैंड के नदी किनारे पर लगे दुकानों पर प्रशासन द्वारा करवाई की जा रही है। प्रशासन नदी किनारे बढ़ रहे अतिक्रमण के नाम पर सिर्फ मछली दुकान, गुमटी, फल सब्जी का दुकान एवं भूमिहीन वशिंदे, जो अवैध रूप से नदी किनारे खोल दिए गए थे, उसपे कारवाई करते हुए दुकानों पर बुलडोजर चलवाया जा रहा है।
कुछ साल पहले ही चंडी बस स्टैंड महाने नदी के किनारे पत्थरों से ढालनुमा बनाया गया था, ताकि कोई नदी किनारे अवैध रूप से दुकान ना लगा सके।
पर प्रशासन की ढील के कारण अवैध दुकानों की संख्या मे इज़ाफ़ा बढ़ने लगा, जिस पर प्रशासन की नजर देर से गई और अंत मे करवाई हुई।
अब देखना यह है कि यह कार्यवाही कब तक असर दिखाती है। चंडी का महाने नदी किनारे बने मकानों से निकला गंदा नाली का पानी, माल मूत्र सब नदी मे उड़ेल दी जाती है, जिससे महाने नदी की स्तिथि किसी नाले की जैसी हो गई है।
प्रशासन को नदी को गंदगी से बचाने के लिए भी कोई निर्णायक कदम उठाना अनिवार्य है। इससे हमारा वातावरण और आस पास का माहौल स्वच्छ और बेहतर बनेगा।
लेकिन, यहाँ तो होता ही कुछ और रहा है। राजनेताओं के ईशारे पर नाचने वाले अफसर प्रायः गरीबों की रोजी रोटी पर गाज गिराकर निकल पड़ते हैं।