नालंदा दर्पण (संजय कुमार)। इस्लामपुर प्रखंड के आत्मा पंचायत का आत्मा गांव में महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाला मेला की रौनकता आज भी बरकरार है। दूर-दराज के गांव के लोगों का हुजूम मेला देखने के लिए पैदल ही आते देखे गये। यहाँ आत्मा गांव में कई प्राचीन मंदिर है, जहां कई दुर्लभ मूर्तियां हैं।
जानकार बताते हैं कि इस मंदिर की स्थापना करीब 500 साल पहले की गयी थी। जहां पुराने मंदिर का अवशेष आज भी देखने को मिल जाता है।
वैसे तो कई नई मंदिर भी बन गए हैं। परंतु ,मुख्य आकर्षण का केंद्र भगवान भोले बाबा का शिवलिंग है। इस मंदिर के सामने ही मां पार्वती का मंदिर है। मां प्रगति बाघ पर सवार है ।देखने से लगता है कि यह मूर्ति बहुत ही पुरानी है।
मंदिर के प्रांगण में विशाल तालाब है। लोगों की मान्यता है कि इस तालाब में स्नान करने से चर्म रोग संबंधी बीमारियां खत्म हो जाती हैं।
इस मेले में विभिन्न प्रकार के आकर्षण खेल तमाशा व झूले लगे हुए हैं। इस मेले में लकड़ी का सामान भरपूर मात्रा में मिलता है। आधुनिक पलंग, साउंड लगा दीवान ,चौकी, टेबल , चौखट ,किवाङ़ व पीढा़ की भरमार थी।
इसी प्रकार घरेलू कार्य हेतु लोहे का सामान भी भरपूर मात्रा में बिक रहे थे। इसी प्रकार खाने पीने हेतु विभिन्न प्रकार के व्यंजन भी बिक रहे थे। सबसे ज्यादा लोगों को बड़े बड़े आकार का जलेबी आकर्षित कर रहे थे।
कुछ लोग मेला में तीन ताश पत्ती ,जुआ खेला रहे थे। भोले-भाले ग्रामीण उनके जाल में फंस, अपना पैसा गवां रहे थे।