नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। नगरनौसा थाना क्षेत्र अवस्थित दनियावां-चंडी मुख्य मार्ग के तीना गांव के पास रविवार के दिन सड़क दुर्घटना में घायल मवेशी के मुआवजा राशि के मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया।
इधर सड़क जाम होने की सूचना मिलते ही नगरनौसा व चंडी थाना की पुलिस जाम स्थल पहुंच सड़क जाम कर रहे आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मुआवजा राशि के मांग को लेकर अड़े रहे।
प्राप्त जनकारी के अनुसार तीना लोदीपुर गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 431 पर शनिवार की संध्या एक अनियंत्रित मैजिक वाहन ने एक मवेशी को ठोकर मार दिया। इससे मवेशी गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
इसके बाद ग्रामीणों ने खदेड़ कर भाग रहे मैजिक वाहन को चालक सहित पकड़ लिया। तत्पश्चात सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंचे नगरनौसा थाना पुलिस ने ग्रामीणों के चंगुल से किसी प्रकार से वाहन चालक और वाहन को बचा निकाल ले गए।
इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार की सुबह बिहारशरीफ दनियावां राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 431 को मुआवजे की मांग करते हुए जाम कर दिया।
मवेशी के मालिक तीना गांव निवासी वैधनाथ यादव ने बताया कि सूचना मिलने के बाद नगरनौसा थाना पुलिस आई और धौंस दिखा कर मैजिक व चालक को अपने साथ ले गए। इस बात को लेकर प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों में काफी नाराजगी है। ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर रोड जाम किए हुए हैं।
सूचना मिलते ही चण्डी थाना नगरनौसा थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का बहुत प्रयास किए, लेकिन ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। और दोनों थाना पुलिस को बेरंग लौटना पड़ा।
घर की महिलाओं ने आरोप लगाते हुए प्रशासन को खूब गाली गलौज की। महिलाओं ने साफ शब्दों में कहा की छोटा दरोगा है कि बड़ा दरोगा, हम लोग नहीं समझते हैं, लेकिन राजेंद्र प्रसाद नाम के और 45 पुलिस वाले आए थे और हम लोग के लाख मना करने के बावजूद मैजिक और ड्राइवर को हमारे पास से लेकर चले गए। जबकि हम लोग ड्राइवर के साथ कोई मारपीट नहीं किए थे। बढ़िया से बिठा कर रखे थे। और मालिक से बात कर मुआवजा की मांग कर रहे थे।
इधर सड़क जाम होने की सूचना पाकर पंचायत के मुखिया अरुण कुमार भी सड़क जाम स्थल पहुंच व मुआवजा राशि देने का भरोसा देकर सड़क जाम हटाया। दो घण्टे तक सड़क जाम रहने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की एक किलोमीटर से अधिक लंबी कतार लग गई। सड़क जाम होने से लोगों को काफ़ी कठिनाई का सामना करने पड़े।