?भाकपा(माले) ने शिकागो के शहीदों व लॉक डाउन में मृत प्रवासी मजदूरों को दी श्रद्धांजलि
?एक गांव नहीं, एक देश नहीं, हम सारी दुनिया माँगेंगे
बिहारशरीफ (डॉ. अरुण कुमार मयंक)। नालन्दा जिला में 134वें अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किये गए। भाकपा (माले) ने विभिन्न कार्यालयों में कम्युनिस्टों का लाल झंडा फहराया, मजदूरों की एकजुटता के लिए नारेबाजी की तथा पार्टी का घोषणा पत्र पढ़ कर संकल्प लिया।
इस अवसर पर उपस्थित नेताओं- कार्यकर्ताओं ने शिकागो के अमर शहीदों, कोरोना काल में मरे स्वास्थ्यकर्मियों तथा लॉक डाउन में मृत प्रवासी मजदूरों के लिए दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी।
बिहारशरीफ के बबूरबन्ना गांव में बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ की ओर से एक परिचर्चा आयोजित की गई। नालन्दा चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने आज से सब्जी बिक्रेताओं के बीच “मास्क पहनाओ, कोरोना भगाओ” अभियान शुरू किया।
बिहारशरीफ स्थित जिला कार्यालय में भाकपा (माले) के नेताओं ने कहा कि हम इस बार मजदूर दिवस ऐसे समय में मना रहे हैं, जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। हमलोगों ने संकल्प लिया है कि कोविड -19 महामारी से मिल कर लड़ेंगे, लेकिन केंद्र सरकार संघर्षो के बल पर मिले अधिकार को छीनने की तैयारी कर चुकी है।
इसलिए सरकार 46 श्रम कोडों को घटा कर सिर्फ 4 कोड में सीमित करने जा रही है। इसके चलते मजदूरों को आठ (8) घन्टे के बदले बिना ओवर टाइम के 12 घन्टे जबरन काम करना पड़ेगा। सरकार द्वारा कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर आर्थिक मंदी की बोझ को मजदूरों के कंधों पर डाला जा रहा है।
इस मौके पर एक्टू के राज्य उपाध्यक्ष मकसूदन शर्मा, माले नेता पाल बिहारी लाल, ठेला फुटपाथ भेंडर्स यूनियन के जिलाध्यक्ष किशोर साव व जिला सचिव रामदेव चौधरी, आइसा के जिला संयोजक जयन्त आनंद, माले नेता रामप्रीत केवट, लौंगी शर्मा, मुन्ना कुमार, विनोद रजक, सुभाष शर्मा, अखिल भारतीय नाई संघ (ट्रेड यूनियन ) के जिला अध्यक्ष रंजीत कुमार व जिला संचार मंत्री राजेश कुमार ठाकुर व अन्य उपस्थित थे।
बिहारशरीफ के बबूरबन्ना गांव स्थित सरिता-बिहारी निवास में आयोजित परिचर्चा में शिक्षक नेता राकेश बिहारी शर्मा ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की उस देश के शिक्षा व शिक्षकों, किसानों तथा कामगारों पर निर्भर होती है। एक मकान को खड़ा करने और सहारा देने के लिये जिस तरह मजबूत “नींव” की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, ठीक वैसे ही किसी समाज, देश, उचित शिक्षा, उद्योग, संस्था, व्यवसाय को खड़ा करने के लिये श्रमिकों की विशेष भूमिका होती है।
यह दिवस उन श्रमिक वर्ग को समर्पित है जो अपना खून-पसीना बहा कर अथक परिश्रम कर के विश्व के विभिन्न हिस्सों में दिन-रात काम करके उस देश की प्रगति में अपना अमूल्य योगदान देते हैं।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विचार मंच के अध्यक्ष अनिल पासवान, नियोजित शिक्षक संघ नेता शारदानन्द शर्मा, समाजसेवी धीरज कुमार एवं अर्जुन कुमार आदि ने भी श्रमिक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला। परिचर्चा में शिक्षक नेता बिना मास्क लगाए ही बैठे थे। ये कैसे शिक्षक हैं यह सवाल उठता है?
इसी प्रकार अनुमंडल हिलसा के नई अर्जुन टोला में आयोजित मई दिवस कार्यक्रम में अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सचिव रामधारी दास, शिवशंकर प्रसाद, माले नेता डॉ सुरेंद्र राव, कृष्णा प्रसाद (अधिवक्ता), तनु पासवान समेत दर्जनों लोग शामिल हुए।
इन नेताओं ने कहा कि आज ही के दिन 8 घंटा काम के निर्धारण के लिए व मेहनतकश की उचित मजदूरी के लिए शिकागो शहर में संघर्ष के दौरान हजारों लोगों ने अपने प्राणों को न्योछावर कर अपने अधिकार को हासिल किया था। आज हमारे देश की सत्ता पर बैठी भाजपा व एनडीए सरकार एक दिन के 8 घंटा काम को 12 घंटा करने की साजिश रच रही है।
साथ ही विश्वव्यापी कोविड-19 के संकट काल में मजदूरों की वेतन कटौती कर भत्ता बढ़ोतरी में रोक लगा दी है। दूसरी ओर 68 हजार करोड़ रुपया का कर्जा माफ कर 50 उद्योगपतियों को तोहफा दिया है, जिससे मोदी सरकार का मजदूर विरोधी पूंजीपति परस्त चेहरा साफ-साफ उजागर हो रहा है।
इस अवसर पर मजदूर दिवस जिन्दाबाद, दुनिया के मजदूरों एक हों, पूंजीवाद -सम्प्रदायिक- फांसीवाद का नाश हो, 8 घन्टे के काम को 12 घन्टे करना नहीं चलेगा, लॉक डाउन में फंसे सभी प्रवासी मजदूरों को 10000 लॉक डाउन भत्ता के साथ विशेष ट्रेनों से सुरक्षित घर वापसी की गारंटी करो।
मजूदरों के लिए लाठी-गोली और अमीरों के लिए कर्ज माफी की नीति नहीं चलेगी, कर्मचारियों के डीए की लूट बन्द करो, अमीरों पर सम्पति टैक्स लगाओ, कोरोना योद्धाओ स्वास्थ्यकर्मियों, आशा सहित सभी सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराओ आदि जोरदार नारे लगाए गए।
इसके अलावे मजदूर दिवस पर रहुई प्रखंड के ग्राम पेशौर, नूरसराय प्रखंड के ग्राम इब्राहिमपुर तथा बिहारशरीफ प्रखंड के तेतरावां ग्राम में भी झंडातोलन कर संकल्प पाठ पढ़ा गया– “हम मेहनत कश मजदूर हैं, हम अपना हिस्सा मागेंगे, एक रोटी नहीं, एक कपड़ा नहीं, हम पूरी आजादी माँगेंगे, एक गाँव नहीं एक देश नहीं हम सारी दुनिया माँगेंगे। हम मेहनत कश मजदूर हैं”।
इसके अलावा पार्टी कार्यालय इस्लामपुर, हिलसा प्रखंड के विद्यापुरी, परवलपुर, कराय परसुराय, सबचक, सिलाव प्रखंड के जतनपुर, बेन प्रखंड के गुरुशरणपुर, नगरनौसा प्रखंड के कछियावां और थरथरी प्रखंड के श्रीनगर गंगा बिगहा, धरमपुर गांव में महिला पुरुषों ने मजदूर दिवस मनाया. इस प्रकार नालन्दा जिला में कुल मिलाकर नालंदा में 17 स्थानों पर मजदूर दिवस मनाया गया।