बिहारशरीफ (तालीब)। आखिर कार नालंदा पुलिस ने 72घंटे के अंदर चितरंजन सिंह की मर्डर की गुत्थी सुलझा ली है। लगभग ब्लांइड मर्डर केस में पुलिस ने जिला पूजा समिति के अध्यक्ष समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर मामले का पटाक्षेप कर दिया है।
गौरतलब रहे कि दीपनगर थाना क्षेत्र के कांड संख्या 70/21 मामले में एसपी के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,सदर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। पुलिस के लिए पहले यह मामला बिल्कुल ब्लांइड था। पुलिस टीम को एक महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा।
इस मामले में पुलिस ने एक युवती को गिरफ्तार किया जो नई सराय हनुमान मंदिर के पास एक किराये के मकान में रहती थी।उसने स्वीकार किया कि भोसू यादव के साथ उसका संपर्क था। उसके कहने पर ही उसने चितरंजन सिंह को बिहारशरीफ बुलाई थी।जिसकी सूचना उसने भोसू यादव को दे दी थी।
6मार्च को बिहारशरीफ से लौटने के क्रम में भोसू यादव अपने साथी राजीव पासवान के साथ मिलकर चितरंजन सिंह की गोलीमार कर हत्या कर दी। भोसू यादव और चितरंजन सिंह के बीच पहले से ही दुश्मनी चल रही थी। गिरफ्तार दोनों ने घटना की संलिप्तता स्वीकार कर ली है। पुलिस ने तीन मोबाइल सेट भी बरामद की।
इस उद्भेदन टीम में सदर डीएसपी डॉ मो शिब्ली नोमानी के अलावा दीपनगर थानाध्यक्ष मो मुश्ताक, नालंदा थानाध्यक्ष शशिरंजन, बिहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार आसूचना इकाई के सुबोध कुमार,चंदन कुमार तथा अन्य शामिल थे।