बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शरीफ सदर डीएसपी मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में गठित टीम ने एक अप्रैल को अजय यादव का फिरौती हेतु अपहरण कर लिया गया था, उसे आज 12 घंटे के अंदर अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया।
बताया जाता है कि गिरियक थाना क्षेत्र के गिरियक निचली बाजार दुर्गा स्थान निवासी विजय यादव ने 1 अप्रैल को बिहार थाना में अपने छोटे भाई अजय यादव के अपहरण के संबंध में आवेदन दिया गया था। जिसके आलोक में चार-पांच अज्ञात अपराधी कर्मियों के विरुद्ध बिहार थाना कांड संख्या- 222/21 दिनांकः01.04.2021 दर्ज किया गया था।
इस कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाथ एस के द्वारा बिहार शरीफ सदर डीएसपी मोहम्मद शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
इस पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी अनुसंधान एवं आसूचना के आधार पर वादी के भाई अजय यादव को रहुई थाना के देकपुरा गांव निवासी मिथलेश सिंह के पुत्र दीपक सिंह के घर से सकुशल बरामद करते हुए मौके पर मौजूद दीपक सिंह को भी हिरासत में ले लिया।
उसके बाद इस वारदात में शामिल एक अन्य आरोपी सन्नी चौधरी को भी बिहारशरीफ अस्पताल चौराहा के पास से एक लोडेड देशी कट्टा के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
अजय यादव ने पुलिस के समक्ष बताया कि अपराधियों के द्वारा इनका मोटरसाइकिल से नालंदा कॉलेज के पास से बहला फुसलाकर ले जाकर जंजीर से उसके हाथ पैर बांध दिया गया और जान मारने का भय दिखाकर इनके नंबर से इनके भाई को फोन कर साढ़े पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। इस दौरान बदन का कपड़ा खोलकर डराने के नियत से शरीर पर सिगरेट से दागा गया।
पुलिस की मानें तो इस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है। और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है तथा अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।