नगरनौसा (…..)। नगरनौसा प्रखंड के दामोदरपुर पंचायत को सर्वश्रेष्ठ घोषित करते हुए यहाँ के मुखिया रंजु देवी को पंडित दीन दयाल उपाध्याय पुरस्कार से सम्मानित किया जाना तब भी चर्चा का विषय था और आज भी है।
ग्रामीणों का कहना है कि आखिर मुखिया ने कौन से उल्लेखनीय कार्य किये थे, जिसके आधार पर इस पंचायत को सर्वश्रेष्ठ श्रेणी से नवाजा गया।
ग्रामीणों की मानें तो मुखिया ने ग्रामीणों के लिए खास जमीनी कार्य कार्य करना तो दूर, उनकी सुध लेना भी मुनासिब नही समझती। चाहे इस पंचायत में जनवितरण की राशन गबन का मामला हो या मनरेगा योजना की राशि की बंदरबाट की या फिर अन्य जनहित योजनाएं।
ग्रामीणों की माने तो सीएम नीतीश कुमार की अति महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजनाओं में भारी अनियमियता बरती गई है। यहाँ सरकारी अनियमितताओं राशि की अवैध निकास कर सिर्फ बंटरबांट हुआ है।
बहरहाल, इस पंचायत के वार्ड संख्या-10 में लाखों की लागत से नवनिर्मित नल-जल योजना सिर्फ प्रदर्शनी बनकर रह गई है। लोगो को नल जल की सुविधा नहीं मिलने के कारण काफी परेशानी का सामना पङ रहा है।
ग्रामीणों की माने तो इसकी सूचना मुखिया समेत संबंधित अफसरों को भी दी गई, लेकिन कहीं कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं वार्ड सदस्य द्वारा ग्रामीणो को दो टूक बोला जाता है कि जहाँ जाना है जाओ। शिकायत करो। कुछ नही कर सकते।
इस संदर्भ मे जानने के लिये वार्ड संख्या-10 के वार्ड सदस्य से ग्रामीणो के बीच जानने की कोशिश की तो उनके द्वारा बताया गया कि जब से जीपीएस लगा है, तब से यह यूं हीं बंद पङा है।