“नालंदा सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने जिले के डीएम को वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना गरीबों की रोजी-रोटी उजाड़ने पर तत्काल रोक लगाने संबंधित पत्र लिखा है।
सांसद ने डीएम को सरकार की हर भूमिहीन गरीब को 3-3 डिसमिल जमीन दिए जाने की नीति की याद भी दिलाई है। साथ ही पत्र की एक प्रतिलिपि चंडी के सीओ को भी भेजी है…
चंडी (नालंदा दर्पण)। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के चंडी बाजार में अतिक्रमण किए गए दुकानों को तोड़े जाने पर गरीब दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा है। रोजी-रोटी छिन जाने से बेघर आक्रोशित लोगो ने चंडी बाजार को जाम कर आगजनी करते हुए सरकार और प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की है।
पीड़ित गरीबों का कहना है कि वे लोग कई दशकों से इस जगह रह रहे थे और अपनी रोजी रोटी कमा रहे थे। मगर वैकल्पिक व्यवस्था कराये अतिक्रमण के नाम पर उन्हें बेघर कर दिया गया। वहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान विरोध करने वाले महिलाओं एवं बच्चों की पिटाई करने का लोगो ने प्रशासन पर आरोप लगाया।
इधर, नालंदा सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने जिले के डीएम को वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना गरीबों की रोजी-रोटी उजाड़ने पर तत्काल रोक लगाने संबंधित पत्र लिखा है।