चंडी (नालंदा दर्पण)। रविवार सुबह चंडी थाना क्षेत्र के जैतीपुर में ट्रक की चपेट में आने से एक महिला की मौत के विरोध में आक्रोशित लोगों ने घंटों एस एच 78 को जाम रखा। जब पुलिस प्रशासन के मनुहार के बाद भी आक्रोशित लोग सड़क जाम हटाने से इंकार कर दिया, तब पुलिस प्रशासन ने जिला परिषद प्रतिनिधि भूषण मुखिया को बुलाया उनके समझाने पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
बताया जाता है कि थरथरी थाना क्षेत्र के जैतपुर निवासी स्व रामनंदन पासवान की पत्नी महिपति देवी अपने बेटे के साथ चंडी के जैतीपुर में रह रही थी। वह अपने बेटे धनंजय के साथ सब्जी लाने के लिए निकली हुई थी। तभी हिलसा रोड से आ रही एक ट्रक ने उसे धक्का मार दिया।
इस घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय रेफरल अस्पताल में भर्ती के बाद बिहारशरीफ भेज दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
इसके बाद परिजन शव को चंडी लाकर सड़क पर रखकर जाम कर आगजनी की। पुलिस प्रशासन ने जाम हटाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन लोग मुआवजे की मांग पर डटे रहे।
प्रशासन का कहना था कि मृत महिला थरथरी प्रखंड की हैं। वैसे में तकनीकी कारणों से यहां मुआवजा नहीं मिल सकता है। प्रशासन जब जाम हटाने में विफल रहा तो उसने पूर्व मुखिया कुमार चंद्र भूषण को फोन कर बुलाया। जिला परिषद प्रतिनिधि घटना स्थल पर आकर हालात को सुधाराने का प्रयास किया।
उन्होंने थरथरी सीओ से फोन पर बात की, लेकिन रविवार होने की वजह से तत्काल मुआवजा देने में थरथरी सीओ ने लाचारी दिखाई। सीओ के कहने पर कि वे सोमवार को सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद चार लाख मुआवजा राशि परिजन को सौंप देंगे, तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।