बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला मुख्यालय बिहार शरीफ स्थित बाल गृह की पहल पर एक 12 वर्षीय बालक को अपना घर पहुंच गया।
खबर है कि दो साल से बाल गृह में रह रहे 12 वर्षीय बालक को सभी कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसकी मां को सौंप दिया गया।
अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बालक दो साल से यहां रह रहा था। जहां उन्होंने कार्यभार संभालने के बाद उसके फाइल को देखा और बच्चे को समझाने बुझाने और पूछताछ करने के बाद उसने अपने घर का पता बताया।
इसके बाद उन्होंने इस्लामपुर थानाध्यक्ष शरद रंजन कुमार से संपर्क किया। पुलिस एवं बाल गृह के अथक प्रयास के बाद इस्लामपुर बाजार के एक मोहल्ला के पुत्र के गुम होने की जानकारी मिली।
इसके बाद वहां के लोगों को बालक का फोटो दिखाया गया। इसमें अल्पसंख्यक परिवार का एक बेटा होने की जानकारी मिली। चूंकि, उसके पिता नहीं है। माता की भी दोनों आंखों में रोशनी नहीं है।
ऐसे में आसपास के लोगों व परिजनों ने किशोर की उसके पुत्र के रूप में पहचान की। बच्चे को पाकर मां काफी खुश हुई।