हरनौत में महज एक कट्ठा जमीन के लिए चाचा की गोली मारकर हत्या

हरनौत (नालंदा दर्पण)। हरनौत थाना क्षेत्र के फलहनवा गांव में महज एक कट्ठा जमीन को लेकर हुए विवाद ने इतना भयावह रूप अख्तियार कर लिया कि गोतिया भतीजे ने अपने चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे गांव में सनसनी फैल गई और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि आरोपी फरार चल रहे हैं। यह दिल दहला देने वाली घटना अहले सुबह हुई, जब मृतक धान की फसल काटकर खलिहान में पुंज लगा रहा था।
घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब स्वर्गीय धुरी सिंह के 48 वर्षीय पुत्र चंद्रदीप प्रसाद सुबह-सुबह अपनी धान की फसल काटकर खलिहान में पुंज लगा रहे थे। परिजनें के अनुसार यह जमीन वर्षों पुरानी पारिवारिक संपत्ति का हिस्सा थी, जिस पर पहले से ही बंटवारा हो चुका था।
मृतक की पत्नी सुलेखा देवी के अनुसार कुछ वर्ष पहले तीन बीघा जमीन का आपसी बंटवारा हो गया था। लेकिन गोतिया पक्ष ने पूरी तीन बीघा जमीन अपनी बहू के नाम पर करा ली। अब बचे हुए एक कट्ठा पर भी जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे।
सुलेखा देवी के अनुसार जब चंद्रदीप प्रसाद उसी विवादित एक कट्ठा जमीन पर कटी हुई धान की फसल को सहेज रहे थे, तभी गोतिया पक्ष के लोग वहां पहुंच गए। शुरू में मामला बहस तक सीमित था, लेकिन जल्द ही यह हाथापाई में बदल गया। आक्रोशित भतीजे ने अचानक अवैध हथियार निकाला और चाचा चंद्रदीप प्रसाद पर गोली चला दी। गोली उनके चेहरे पर लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल बिहारशरीफ ले जाया, लेकिन चिकित्सकों उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक चंद्रदीप प्रसाद के परिवार में पत्नी सुलेखा देवी के अलावा दो बच्चे हैं। सुलेखा देवी रोते-बिलखते बताया कि बंटवारा हो चुका था, फिर भी वे नहीं माने। एक कट्ठा जमीन पर कब्जा करने के लिए मेरे पति की जान ले ली। अब हमारा क्या होगा? परिवार ने आरोप लगाया कि गोतिया पक्ष लंबे समय से दबाव बना रहा था और कई बार धमकी दे चुका था। हालांकि, पुलिस में पहले कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी।
सूचना मिलते ही हरनौत थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। सदर डीएसपी-2 संजय कुमार जायसवाल ने कहा कि प्रारंभिक जांच में मामला पुराने भूमि विवाद से जुड़ा लग रहा है। हम सभी पहलुओं की गहन जांच कर रहे हैं। घटनास्थल से सबूत जुटाए जा रहे हैं और एफएसएल टीम को बुलाया गया है।
डीएसपी ने आगे बताया कि आरोपी भतीजा और उसके साथी घर छोड़कर फरार हो गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस गांव में कैंप कर रही है ताकि कोई और अनहोनी न हो। थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या में इस्तेमाल हथियार अवैध है और उसकी बरामदगी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
नालंदा जिला भूमि विवादों के लिए कुख्यात रहा है। पिछले कुछ महीनों में ही कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां छोटे-छोटे विवाद हत्या तक पहुंच गए। विशेषज्ञों का मानना है कि पारिवारिक बंटवारे में अनियमितताएं, दस्तावेजों की कमी और लालच मुख्य कारण हैं। इस घटना ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या पुलिस और प्रशासन समय रहते मध्यस्थता कर ऐसे मामलों को रोक सकते हैं?









