यह मंदिर प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय खंडहर के पास स्थित है। 

यह मंदिर या बौद्ध मठ, बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए पूजा का स्थान है।  

यहां विभिन्न भाषाओं में विहार, चैत्य, स्तूप, वाट और पैगोडा नामक संरचनाएं शामिल हैं। 

यह मंदिर भगवान बुद्ध की शुद्ध भूमि या शुद्ध वातावरण का प्रतिनिधित्व करता हैं। 

इस बौद्ध मंदिर को आंतरिक और बाहरी शांति को प्रेरित करने के लिए बनाया गया है। 

इसका मुख्य उद्देश्य दर्शन एवं अनुशासन सीखने वाले भिक्षुओं के लिए आश्रय प्रदान करना है। 

भिक्षुओं के साथ बौद्ध धर्म सीखने के लिए अन्य आगंतुक भी इस थाई मठ में अध्ययन कर सकते हैं। 

भिक्षुओं के साथ बौद्ध धर्म सीखने के लिए अन्य आगंतुक भी इस थाई मठ में अध्ययन कर सकते हैं।