हमारे भारत में चीन की दीवार से भी पुरानी दीवार बिहार के नालंदा में राजगीर साइक्लोपियन वाल हैं।
करीब ढाई हजार साल पुरानी इस दीवार में पत्थरों की जोड़ाई इतनी मजबूत है कि आज तक जरा सा भी नहीं सरकती है।
इस दीवार को मौर्य साम्राज्य ने 322 ईस्वी पूर्व अपनी सुरक्षा के लिए बनवाया था। यानि यह दीवार 18 शताब्दी पुरानी है।
यह अद्भुद साइक्लोपियन वाल राजगीर की पंच पहाडिय़ों को जोड़ती है। इसे राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा प्राप्त है।
इस महान दीवार की नींव महाभारत काल में प्राचीन राजगीर के राजा बृहद्रथ ने रखी थी। जिसे उनके पुत्र सम्राट जरासंध ने पूरा किया।
इस साइक्लोपियन वाल का विस्तार नालंदा, गया और नवादा जिला सीमा पर सोनागिरि और उदयगिरी पर्वत पर 40 किलोमीटर तक है।
इतिहासकारों के अनुसार इस दीवार के 40 किमी दायरे में शहर में प्रवेश के लिए 32 विशाल तथा 64 छोटे प्रवेश द्वार थे।
इस दीवार के हर 50 मीटर पर एक विशेष सुरक्षा चौकी तथा हर पांच गज पर सशस्त्र सैनिक तैनात रहा करते थे।