राजगीर (नालंदा दर्पण)। पूर्व रक्षा मंत्री एवं नालंदा सांसद जार्ज फर्नांडीस को भारत रत्न सम्मान देने और नालंदा में उनकी आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग उनके पुण्यतिथि पर किया गया।
नालंदा गेस्टहाउस में शुक्रवार को आयोजित पुण्यतिथि समारोह के अवसर पर ‘प्रतिरोध की आवाज जार्ज’ विषय पर विचार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर मुख्यवक्ता समजवादी विचारक शिवकुमार ने जार्ज फर्नांडीस के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से विचार व्यक्त किया।
उन्होंने जार्ज फर्नांडीस के साथ बिताये पल के अनकों संस्मरण को सांझा किया। उन्होंने कहा कि वे सादगी और सहनशीलता के प्रतीक थे।
राजनीति को बचाने के लिए जार्ज के विचारों को फैलाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि वे अंतिम व्यक्ति को समर्पित थे। सिद्धांत विहीन राजनीति को बचाने के लिए जार्ज की नीतियों पर चलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आज राजनीति मर रही है। उनकी वाणी, ताकत और ऊर्जा थे। आज उसी की जरूरत है।
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार ने जॉर्ज फर्नांडिस को भारत रत्न की उपाधि देने की सरकार से मांग की।
उन्होंने कहा कि भगत सिंह के बाद देश में कोई क्रांतिकारी हुआ तो वे जॉर्ज फर्नांडिस है प्रतिरोध की आवाज जार्ज नामक पुस्तक प्रकाशित करने की घोषणा की। प्रतिरोध की आवाज जार्ज’ नामक पुस्तक की एक लाख प्रतियाँ प्रकाशन कराया जायेगा।
उन्होंने जार्ज फर्नांडिस के जन्मदिन पर राजगीर में एक बड़ा कार्यक्रम करने की घोषणा की, जिसमें देश भर से बुलाया जाएंगे।
उन्होंने जार्ज साहब को भारत रत्न की उपाधि देने के साथ ही उनकी जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की।
समारोह के अध्यक्ष नव नालंदा महाविहार डीम्ड यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ श्रीकांत सिंह ने कहा राजनीति दिन पर दिन कमजोर हो रहा है।
उन्होंने जॉर्ज फर्नांडिस को देश को महान क्रांतिकारी, विचारक, चिंतक और समाजवादी बताया। पत्रकार प्रशांत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर डॉ गणेश शंकर पांडे परीक्षित नारायण सुरेश अरुण कुमार नरेंद्र कुमार शर्मा लाल सिंह राजा रंजन एवं अन्य उपस्थित थे।