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हरनौत आदर्श थाना बना शराब खाना, पुलिस वाले ही करते हैं धंधा मनमाना

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नालंदा दर्पण डेस्क। शराबबंदी के बाद शराब माफिया व पुलिस के बीच चल रहे लुकाछिपी का खेल गुरुवार को सामने आ गया है। जिसमें पुलिस की खुली संलिप्तता पाई गई है। पुलिस थाना परिसर में ही पांच कार्टून पुलिस के द्वारा ही छुपाये जाने जाने का मामला प्रकाश में आया है।

सीएम नीतीश कुमार के गृह हरनौत थाना के चंडी मोड़ के समीप से पुलिस ने एक ट्रक पर लदे 262 कार्टन इंपेरियल ब्लू का 2325 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद किया।

सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए शराब के बड़े खेत में से ही 5 कार्टून विदेशी शराब पुलिसकर्मियों के द्वारा थाना परिसर में ही सुरक्षित बेचने या पीने के लिए रख लिया गया था। जिसकी सूचना पुलिस कर्मियों के द्वारा ही उच्च अधिकारियों की दी गई।harnaut ps wine crime 3

जिसके बाद एसपी के दिशा निर्देश में कार्यवाही करते हुए 5 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई ।जिसमें एक निजी चालक सहित एक हवलदार एवं तीन पुलिसकर्मी मौजूद हैं।जिसपर केस दर्ज कर सभी लोगों को जेल भेज दिया गया।

हालांकि इस दौरान थाना का मुख्य गेट बंद पाया गया वही गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया था कि बाहर से कोई अंदर नहीं आए।  देर शाम तक थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने पूछने पर मामले की जांच करने की बात कही।

बता दें कि हरनौत में देशी एवं विदेशी शराब का बड़ा खेल बराबर खफाने का खेल चल रहा है। छोटे-छोटे शराब धंधेबाज बराबर पुलिस के हाथों पकड़े जा रहे थे, लेकिन शराब के बड़े माफिया अभी तक पुलिस लुकाछिपी के खेल में सफल हो रहा था।

स्थानीय लोगों की मानें तो सरकार चाहे जितना हवा बांध ले, लेकिन जब तक सख्त कानून व पुलिस की मंशा साफ नहीं होगी तब तक पूर्ण शराब बंदी सम्भव नहीं है। शराबी व धंधेबाज जेल जाता है और बहुत कम समय में छूट कर बाहर आ जाता है।

थानाक्षेत्र के कई गांवों मे छुपे रूप से शाम ढलते हीं शराबियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। इसकी जानकारी किसी न किसी माध्यम से स्थानीय पुलिस को भी है। बराबर शराब कारोबारी को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। बावजूद कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है।

कई गांवों के लोग नाम न छापने के शर्त पर बताया कि कितना भी प्रयास कर लें, लेकिन पुलिस मामले को गम्भीरता से नहीं लेती है। बाजार में सैकड़ों युवक कारबार को रोजगार समझ रखा है। पकड़ाने पर जेल जाता है। छूट कर घर आता है और फिर उसी धंधा में लिप्त हो जाता है।

हरनौत बाजार में होम डिलीवरी तक का कारोबार चल रहा है थाना क्षेत्र के नेहुसा के मिल्कीपुर टोला, छोटी मुढ़ारी, डीहरा के मुसहरी टोला, विरजू मिल्की, चेरो, खरुआरा, कीचनी, वसनियावा एवं मुसहरी समेत कई गांव के दर्जनों घरों में शराब चुलाने का कारोबार चल रहा है। क्षेत्र के चप्पे-चप्पे में अंग्रेजी शराब एवं झारखण्ड के पाउच होम डिलेवरी तक हो रहा है।

छोटी मुढ़ारी की एक जीविका दीदी ने बताया कि इस गांव में दशकों से शराब चुलाया एवं बेचा जाता है। अब तक गांव के दर्जन भर महिला एवं पुरुष जेल जा चुके हैं। शराबबंदी के बाद लगभग लोगों ने शराब चुलाना बंद कर दिया था, लेकिन दो लोग नहीं माने।

इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी गई। फिर भी पुलिसिया कारवाई न होने के चलते इस धंधा में पूर्व से लिप्त आधा दर्जन से अधिक लोगों ने देखा देखी शराब चुलाना शुरु कर दिया। जिसके चलते गांव की महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है।

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