इसलामपुर (नालंदा दर्पण )। इसलामपुर नगर पंचायत के सारे सफाईकर्मी अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर बीते 7 सितंबर से हड़ताल पर हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार से सफाईकर्मियों की सेवा का सरकारीकरण करने के साथ सेवानिवृत सफाईकर्मियो का पद बहाल रखने के अलावे 3 माह पर सफाइकर्मियों को मेडिकल जांच करवाने, कार्य के दौरान मौत होने पर 10 लाख मुआवजा देने आदि मांगे शामिल है।
सफाइकर्मी प्रवीला देवी, रेणु देवी, लझ्मण, निशी देवी, सुनील, रोहित, रंजीत आदि ने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक वे लोग एकजुट होकर हड़ताल पर रहेंगे।
इनका कहना है कि कोरोनाकाल के समय मे हमलोग जान को जोखिम में डालकर इस नगर को साफ सफाई कर सुंदर तरीके से रखने मे अहम भुमिका निभाया था। फिर भी सरकार इसे नजर अंदाज कर रही है। जिसके कारण हर तरफ गदंगी जिस तरह से फैल रही है।
बहरहाल सफराईकर्मियों की हड़ताल से इसलामपुर नगर पंचायत स्वंय नरक पंचायत में तब्दील होता जा रहा है। जिससे कभी भी इस नगर में महामारी फैल सकता है।
नगर के लोगों का कहना है कि गंदगी से वातावरण प्रदुषित हो रहा है। जिससे संक्रमक बीमारी फैलने की आशंका है।
इधर नगर पंचायत के कार्यपालक दीनानाथ ने बताया कि सफाईकर्मियों के हडताल पर चले जाने से नगर म साफ सफाई की कार्यो मे बाधा उत्पन्न हो गया है। इसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड रहा है।
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