चंडी(नालंदा दर्पण)। पटना-राजगीर टूरिस्ट वे निर्माण को लेकर प्रखंड के नरसंड़ा के ग्रामीणों का विरोध चल रहा है, वहां अब उनके समर्थन में अखिल भारतीय किसान महासभा व सड़क निर्माण संघर्ष समिति भी कूद पड़ी है।
ग्रामीण टूरिस्ट वे को पश्चिम से लेकर जाने की मांग कर रहे हैं।अब ग्रामीणों के साथ कई संगठन भी लड़ाई में आ गए हैं। उन्होंने धमकी दी है कि अगर सड़क का रुख नहीं बदला गया तो संघर्ष होगा।
इसे संबोधित करते हुए किसान महासभा के जिलासचिव पाल बिहारी ने कहा कि सरकार पटना राजगीर टूरिस्ट वे निर्माण में किसानों पर दमन कर रही है।
उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण विभाग के प्रधान सचिव व तत्कालीन जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह व हरनौत,चण्डी अंचलाधिकारी ने कहा था और उनकी रिपोर्ट स्पष्ट कर रहा है कि टूरीस्ट वे का निर्माण नरसंडा के पश्चिम से कराया जाएगा पर देशव्यापी लाकडाउन की आड़ में किसानों को अंधेरा में रखकर अब नरसंडा के पूरब से टूरिस्ट वे निर्माण का फरमान जारी कर दिया है। जिससे नरसंडा सहित कई गांवों के किसानों की उपजाऊ जमीन खत्म हो जाएगी, जिससे किसानों में गुस्सा है।
वहीं अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष मुन्नी लाल यादव ने कहा कि सरकार टूरिस्ट वे के नाम पर उपजाऊ जमीन को बर्बाद न करें और फिर से पुनः निरीक्षण कर नरसंडा के पूरब के बजाय पश्चिम से सड़क निर्माण कराया जाय,अगर किसान की इस मांग को सरकार मानने से इंकार करती है तो हम बड़ी आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।
प्रदर्शन में उपस्थित भाकपा माले हरनौत विधानसभा प्रभारी रामदास अकेला ने कहा कि सरकार किसानों को दमन करना बंद करें,एक तरफ सरकार कह रही है कि हम किसान और मजदूरों के साथ हैं, पर दुसरी तरफ उनके ही गृह विधानसभा के नरसंडा में टूरिस्ट वे निर्माण में देखने को मिल रही है कि तमाम सरकारी मुलाजिम के लिखित फरमान के बावजूद सरकार सड़क को पश्चिम के बजाय पूरब से ले जाया जा रहा है, जिसकी भाकपा माले कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि सड़क पुरब के बजाय पश्चिम से निकाला जाए नहीं तो भाकपा किसानों के साथ आर पार की लडा़ई के लिए तैयार है।
वहीं सड़क निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक डॉक्टर शिव कुमार ने कहा कि सरकार की तमाम कागजात में पश्चिम लिखे जाने के बाद भी पुरब से किसानों के सीने पर सड़क निर्माण कर रही है जो बिल्कुल नाजायज है।
इस धरना-प्रदर्शन को पूर्व मुखिया भूषण प्रसाद ,शिवकुमार ,सुनीता देवी, अनीता देवी,मारो देवी, शारदा देवी,सुखनंदन पासवान,योगेंद्र जमादार,सोनू कुमार,अमृत कुमार,सोनी देवी ने भी संबोधित किया।
क्या है टूरिस्ट वे मामला : पटना से राजगीर के लिए सरकार की ओर से एक अलग सड़क निर्माण किया जा रहा है।जिसे टूरिस्ट वे का नाम दिया गया है।इस सड़क निर्माण के पीछे सरकार का तर्क है कि पटना से राजगीर की दूरी में कमी आएं और पर्यटकों की यात्रा में कोई व्यवधान नहीं आएं।
वैसे भी राजगीर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल का दर्जा मिला हुआ है। तत्कालीन जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह और अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव,पथ निर्माण निगम ने उपरोक्त सड़क का निर्माण नरसंड़ा के पश्चिम से करने का आदेश दिया था।
उपरोक्त दोनों महत्वपूर्ण अधिकारियों ने पैदल चलकर मुआयना कर नरसंडा के पश्चिम से बनाने का फैसला जनता के अनुरोध पर किया था। फिर बाद में पता चला कि इसे नरसण्डा के पूरब से बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे चंडी और हरनौत के कई गांव प्रभावित हो रहा है।
Survey karana hoga west or est de hoga har kam ko rokna sahi nahi Raj Kumar. Sirsi
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