बिंद/ बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में अवैध खनन और शराब तस्करी का नेटवर्क एक बार फिर खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती देता हुआ नजर आया है। बिंद थाना क्षेत्र के छोटी मिसाया गांव में देर शाम उस समय अफरातफरी फैल गई, जब उत्पाद विभाग की टीम पर अचानक अज्ञात तस्करों ने फायरिंग कर दी। घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों को कुछ क्षणों के लिए सुरक्षा घेरे में शरण लेनी पड़ी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस, उत्पाद विभाग, खनन विभाग और बिजली विभाग की संयुक्त टीम गांव में उतर गई। करीब तीन घंटे तक चले कॉम्बिंग ऑपरेशन में एक अवैध बालू से लदा ट्रैक्टर जब्त किया गया। हालांकि हमलावर गहरी अंधेरी रात का फायदा उठाकर भाग निकलने में सफल रहे।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार उत्पाद विभाग को इलाके में अवैध शराब की भट्ठियों और अवैध बालू परिवहन की लगातार सूचना मिल रही थी। इसी अभियान की निगरानी के दौरान तस्करों ने अचानक गोली चलाकर सरकारी कार्रवाई को पटरी से उतारने की कोशिश की। गोलियों की आवाज़ सुनते ही आसपास के ग्रामीण घरों में बंद हो गए और पूरा इलाका दहशत से भर उठा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फरार बदमाशों की पहचान के लिए तकनीकी सर्विलांस से लेकर गुप्त स्रोतों तक सभी माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है। सरकारी टीम पर हमले को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
छोटी मिसाया गांव की यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि नालंदा में अवैध खनन और शराब माफिया किस तरह बेखौफ होकर सक्रिय हैं। हालांकि प्रशासन का दावा है कि ऐसे नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान लगातार जारी है और आने वाले दिनों में कई और बड़ी कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है।
