अब राजगीर ब्रह्मकुंड परिसर का 49.87 करोड़ से होगा आधुनिकीकरण

राजगीर (नालंदा दर्पण)। ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के प्रख्यात तीर्थस्थल राजगीर ब्रह्मकुंड परिसर का स्वरूप जल्द ही पूरी तरह बदलने वाला है। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने इस पवित्र स्थल के समग्र विकास के लिए 49 करोड़ 87 लाख रुपये की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य राजगीर पहुंचने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करना और इस प्राचीन तीर्थस्थल को आधुनिक स्वरूप में संरक्षित करना है।

खबर है कि बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के कार्यपालक अभियंता करुणेश कुमार ने अपने विभागीय अधिकारियों के साथ राजगीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मकुंड परिसर का विस्तृत निरीक्षण किया और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की रूपरेखा पर गहन चर्चा की। इस बैठक में परियोजना के हर पहलू पर विचार-विमर्श किया गया, ताकि कार्य को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जा सके।

कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इस परियोजना के तहत ब्रह्मकुंड परिसर को न केवल सौंदर्यपूर्ण बनाया जाएगा, बल्कि इसे पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और आकर्षक भी बनाया जाएगा। परियोजना के तहत कई महत्वपूर्ण कार्य प्रस्तावित हैं, जो इस क्षेत्र को पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से और अधिक समृद्ध करेंगे।

यहां परियोजना के तहत ब्रह्मकुंड परिसर में सुविधाओं का विकास किया जाएगा। परिसर में दो मुख्य द्वार बनाए जाएंगे। एक प्रवेश के लिए और दूसरा निकास के लिए। यह व्यवस्था विशेष रूप से भीड़भाड़ के समय यातायात को सुचारू रखने में मदद करेगी।

आवागमन को और सुगम बनाने के लिए सरस्वती नदी पर एक नया पुल बनाया जाएगा, जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए सुविधाजनक होगा। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए बड़े स्तर पर पार्किंग क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा। इससे वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग संभव हो सकेगी।

धार्मिक और सामाजिक आयोजनों के लिए एक विशेष भवन का निर्माण किया जाएगा, जो स्थानीय लोगों को मांगलिक कार्यों के आयोजन में सुविधा प्रदान करेगा।  कुंडों और मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही बेहतर रोशनी व्यवस्था, पेयजल सुविधा, शौचालय, विश्राम स्थल और हरियाली बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

परियोजना के तहत पर्यटक सूचना केंद्र को भी आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। इसे पूरी तरह वातानुकूलित बनाया जाएगा, जिसमें आधुनिक मीटिंग हॉल, एलईडी लाइटिंग, सुंदर गार्डन, मॉड्यूलर प्रवेश द्वार, शेड और पेयजल की उत्तम व्यवस्था सुविधाएं शामिल होंगी यह आधुनिकीकरण पर्यटकों को बेहतर जानकारी और सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेगा, जिससे उनकी यात्रा और अधिक सुखद और सुगम होगी।

ब्रह्मकुंड परिसर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी एक अनमोल धरोहर है। यह स्थल जैन, बौद्ध और हिंदू धर्मावलंबियों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस परियोजना के माध्यम से इसकी प्राचीन गरिमा को बनाए रखते हुए इसे आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा।

ब्रह्मकुंड के कायाकल्प से न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। बेहतर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के साथ राजगीर का यह पवित्र स्थल देश-विदेश के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है।

उम्मीद है कि बिहार सरकार और पर्यटन विकास निगम की यह पहल राजगीर के ब्रह्मकुंड परिसर को एक नया आयाम प्रदान करेगी। 49.87 करोड़ रुपये की इस परियोजना से न केवल इस ऐतिहासिक स्थल की सुंदरता और गरिमा बढ़ेगी, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई गति प्रदान करेगी।

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