सरकारी स्कूलों में कार्य योजना बनाकर पढ़ाई का आदेश, खाली समय में शिक्षक करेंगे ये काम

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) के द्वारा नालंदा जिले के सभी स्तर के सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक को प्रत्येक दिन के आधार पर कार्य योजना बनाकर पढ़ाई कराने का निर्देश दिया गया है। सभी शिक्षकों को अनुशासन के आचरण के अंतर्गत पोशाक पहनकर विद्यालय में आने का भी निर्देश दिया गया है।

चेतना सत्र में सभी छात्र-शिक्षक उपस्थित रहेंगे तथा प्रार्थना के साथ ही आज का विचार, समाचार, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद, कविता पाठ जैसे कोई एक कार्यक्रम प्रतिदिन रोस्टरवार आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार छात्र प्रतिदिन राष्ट्रगान 52 सेकेण्ड में लय के साथ गाने के लिए अभ्यास करेंगे।

उच्च विद्यालय में बाल संसद के आधार पर कप्तान का चयन किया जायेगा। बिना यूनिफार्म व अनुपस्थित छात्रों की सूची तैयार कर सप्ताह में एक बार उनके अभिभावकों को नोटिस भेजी जायेगी। प्रत्येक कक्षा में क्लास रूटीन, क्लास मॉनिटर व वर्ग शिक्षक का नाम चार्ट पेपर पर प्रदर्शित किये जाने का निर्देश दिया गया है।

बच्चों की सिलेबस पूरी करने तैयारी: प्रत्येक विषय शिक्षक को हर वर्ग के लिए पूरे वर्ष का पाठ्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। वे अपने विषय का सिलेबस किस तरह पूरा करेंगे इसकी डायरी तैयार रखेगे। प्रत्येक दिन छात्रों को सूचना रहे कि अगले दिन क्या पढ़ाई होने वाली है। कक्षा शुरू होते ही पहले 5 मिनट में होमवर्क पर चर्चा की जाय तथा परस्पर कॉपी बदलकर बच्चे उसे जाँच लें।

क्लास रूम में टूटे-फूटे बेंच डेस्क आदि नहीं रखे जायेंगेः सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को डीपीओ के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि विद्यालय के वर्ग कक्ष में टूटे-फूटे सामान अथवा अप्रयुक्त सामान नहीं रखे जाएं, स्वच्छता के लिए डस्टवीन अवश्य रखें तथा चेतना सत्र में प्रतिदिन उसके उपयोग के लिए छात्रों को प्रेरित किया जाय।

बालक बालिका शौचालय का नियमित व समुचित उपयोग हो। विद्यालय का वर्ग कक्ष से लेकर परिषद तक साफ सुथरा होना चाहिए। विद्यालय से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी का प्रदर्शन किया जाए। सभी महत्वपूर्ण सूचना जैसे वर्ग शिक्षक, क्लास मॉनिटर, डीबीटी योजना, आधार कार्ड की जानकारी, नामांकन फी, मिड डे मिल में प्रदर्शित हो। उपस्थिति पंजी, अवकाश पंजी, निरीक्षण टिप्पणी पंजी, कैश बुक पंजी, भंडार पंजी आदि संधारित हो तथा किसी भी हालत में अनाधिकृत राशि न मांगी जाय। उपर्युक्त सभी बिन्दुओं का अनुपालन एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

क्लास नहीं रहने पर शिक्षक करेंगे अन्य कार्यः  वैसे शिक्षक जिनकी कक्षा संचालित नहीं रहती है, वे समुदाय से संपर्क व विद्यालय की अन्य गतिविधियां-पुस्तकालय संचालन, संगीत, कम्प्यूटर, उन्नयन स्मार्ट कक्ष संचालन, खेल-कूद व अन्य सभी ऐसे कार्य जो प्रधानाचार्य सौंपे, उनका संचालन करेंगे। सामान्य ज्ञान के प्रश्न बच्चों को जरूर बताए जाएं। भारत का बेसिक भूगोल, इतिहास, राजनीति, विज्ञान आदि बच्चों को प्रतिदिन हिंदी अंग्रेजी का सुलेख आदि भी दिए जाने का निर्देश दिया गया है।

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