Home गाँव जेवार तालाब किनारे पौधरोपण की पुण्य परंपरा मनरेगा में शामिल

तालाब किनारे पौधरोपण की पुण्य परंपरा मनरेगा में शामिल

“पौधा जीविका दीदी के नर्सरी से खरीदा गया है। जल जीवन हरियाली के तहत जल संसाधन विभाग के द्वारा लगभग छह बीघा में फैले तालाब का जीणोद्धार किया गया है। तालाब के मेड़ पर मनरेगा द्वारा पौधा रोपण कार्य का शुरुआत किया गया है…

नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। गांव के तालाब के मेड़ पर पौधा रोपने की परंपरा को पुण्य का काम माना जाता है। इस परंपरा को अब पर्यावरण सरंक्षण के लिए मनरेगा द्वारा भी निभाया जा रहा है।

गुरुवार के दिन प्रखंड के अरियावां पंचायत अंतर्गत अरियावां गांव स्थित बड़े तालाब के मेड़ पर डीपीओ मनरेगा बिट्टू कुमार सिंह,एग्जीक्यूटिव इंजीनियर डीआरडीए इंद्रदेव प्रसाद,पीओ मनरेगा सैयद आमिर हुसैन ने पौधा रोपण कार्य का शुरुआत किया।The holy tradition of planting trees on the banks of the pond is included in MNREGA 1

इस मौके पर डीपीओ मनरेगा बिट्टू कुमार सिंह ने कहा कि हरा भरा बनाना हम सभी का दायित्व है। पौधा लगाने के साथ- साथ उसे संरक्षित भी रखें। कम से कम एक पौधा का पौधारोपण कर जल जीवन हरियाली अभियान को मूर्त रूप देने में एवं जिले को हरा भरा बनाने में ज़िला प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। पूरे जिले में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जा रहा है।

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर डीआरडीए इंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित बनाने के लिए पौधारोपण जरूरी है। पर्यावरण की खुशहाली के लिए लोग अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण करें।

पीओ सैयद आमिर हुसैन ने कहा कि ने कहा कि पर्यावरण पर अगर खतरा उत्पन्न हुआ तो मनुष्य का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। पौधे लगाकर ही मनुष्य का जीवन बचाया जा सकता है।

पीटीए दिनेश प्रसाद ने कहा कि कहा कि पर्यावरण संतुलन में पेड़ पौधों का महत्वपूर्ण स्थान है। प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित रखकर ही आपदाओं से बच सकते हैं।

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