वर्चस्व की जंग में गूंजीं गोलियां, कार-कारतूस बरामद, दहशत का माहौल

सिलाव (नालंदा दर्पण डेस्क)। नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र अंतर्गत करियन्ना गांव में देर शाम वर्चस्व की जंग के पुराने विवाद ने खूंखार रूप अख्तियार कर लिया। दो पक्षों के बीच जमकर चली गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा गांव दहल उठा। गोलियों की गूंज सुनते ही ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए घरों में दुबक गए।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर दी और जांच-पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस को मौके से चार जिंदा कारतूस, एक गोली का खोखा और एक फोरव्हीलर वाहन बरामद हुआ है, जो गांव के ही निवासी नीतीश कुमार का बताया जा रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार देर शाम करीब 7 बजे गांव के बाहर दो गुटों के बीच पहले से चले आ रहे जमीन और वर्चस्व के विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया। अचानक गोलियां चलने की आवाजें गूंज उठीं, जो दूर-दूर तक सुनाई दीं। डर के मारे सभी घरों में घुस गए। बाहर निकलने की हिम्मत किसी की नहीं हुई। गोलियां चलने के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया, लेकिन दहशत का माहौल अब भी बरकरार है।

सूचना मिलते ही सिलाव थाना पुलिस और एसटीएफ की विशेष टीम मौके पर पहुंची। राजगीर डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि करियन्ना गांव में दो पक्षों के बीच वर्चस्व विवाद को लेकर गोलीबारी हो रही है। तुरंत कार्रवाई करते हुए हमारी टीम घटनास्थल पर पहुंची। इलाके को घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया।

डीएसपी ने आगे कहा कि घटनास्थल से चार जिंदा कारतूस (देशी कट्टा या पिस्तौल के) एक खाली खोखा और एक फोरव्हीलर वाहन बरामद किया गया है। बरामद वाहन करियन्ना गांव निवासी नीतीश कुमार का है, जिसकी भूमिका की जांच की जा रही है।

घटना की गंभीरता को देखते हुए नालंदा एसपी, बिहारशरीफ ग्रामीण डीएसपी, टाउन डीएसपी और राजगीर डीएसपी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचे। देर रात तक पुलिस गांव में डेरा डाले रही। ग्रामीणों से पूछताछ की गई, लेकिन अब तक किसी ने स्पष्ट रूप से गोली चलाने वालों की पहचान नहीं की। पुलिस ने संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।

डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि हम सभी संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं। घटनास्थल से जुटाए गए सबूतों कारतूस, खोखा और वाहन और ग्रामीणों के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन शामिल लोगों की पहचान जल्द कर ली जाएगी। एहतियातन पूरे क्षेत्र में पुलिस के जवानों की संयुक्त गश्त जारी है, ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

गोलीबारी की घटना से गांव के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग खासे दहशतजदा हैं। लोग घरों से बाहर निकलने में हिचकिचा रहे थे। पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि वर्चस्व का यह विवाद पुराना है और अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो फिर से भड़क सकता है। पुलिस ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।

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