राजगीर (नालंदा दर्पण डेस्क)। Corruption in Nitish government: बिहार सरकार के कार्य अभिकरण ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल के द्वारा नयी अनुरक्षण नीति के तहत बनायी गयी सड़क व पुल मात्र दो महीने में ही दम तोड़ रही है। यह स्थिति सिलाव-भुई रोड से गोरमा गांव जाने वाले पथ का है। जिसका निर्माण एजेंसी के संवेदक दिलीप कुमार वर्मा के द्वारा कराया गया है।
करीव 80.354 लाख की लागत से 1.45 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया गया है तथा जगह-जगह पर चार पुलिया व एक पुल का निर्माण किया गया है। जिसका निर्माण कार्य 16 अप्रैल 2024 को पूरा हुआ है और दो माह में ही पूरी सड़क में दरार आ गयी है।
साथ ही साथ निर्माण किये गये सभी पुल-पुलिया में भी दरार व धंसान से इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों की कभी भी जान भी जा सकती है।
गोरमा गांव ग्रामीण के अनुसार निर्माण कार्य काफी घटिया तरीके से की गयी है। कालीकरण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी गयी है। जिससे सड़क में दरार पड़ गयी है और पुल-पुलिया के निर्माण में भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है, जिसका नतीजा है कि मात्र दो माह ही पुल भी टूट रहा है।
बहरहाल, यहां जो स्थिति हैं, उस आलोक में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि इसी पुल और सड़क से गांव के बच्चे पढ़ने के लिए विद्यालय आते जाते हैं। कभी भी टूटे पुल को पार करने के दौरान स्कूल की गाड़ी हादसा का शिकार हो सकता है।
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