हिलसा (नालंदा दर्पण)। हिलसा अनुमंडल अंतर्गत इस्लामपुर नगर परिषद क्षेत्र में डेंगू ने एक बार फिर दस्तक दी है, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। उत्तरी पटेल नगर मुहल्ले में रहने वाले मनोज कुमार के 15 वर्षीय पुत्र अंकित राज और उनके 10 वर्षीय भतीजे आरुष कुमार डेंगू की चपेट में आ गए हैं। इस घटना ने न केवल परिवार को चिंता में डाल दिया है, बल्कि पूरे इलाके में डेंगू के बढ़ते खतरे को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
परिजनों ने बताया कि दोनों बच्चों में बुखार और अन्य लक्षण दिखने के बाद उनकी जांच कराई गई, जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई। वर्तमान में दोनों का इलाज एक निजी क्लिनिक में चल रहा है।
मनोज कुमार ने बताया कि शुरुआत में हमें सामान्य बुखार समझा, लेकिन जब बच्चों की हालत बिगड़ने लगी, तो हमने तुरंत जांच कराई। डेंगू की पुष्टि होने के बाद से परिवार में चिंता बनी हुई है। चिकित्सकों के अनुसार दोनों बच्चों की स्थिति में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन पूर्ण स्वस्थ होने में अभी समय लगेगा।
इस्लामपुर के चिकित्सा प्रभारी सत्यम प्रकाश ने बताया कि दोनों बच्चों की जांच स्थानीय अस्पताल में की गई थी। जांच के दौरान डेंगू के लक्षणों की पुष्टि हुई, जिसके बाद बच्चों को उचित उपचार के लिए निजी क्लिनिक में भेजा गया।
सत्यम प्रकाश ने कहा कि हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए नगर परिषद और स्वास्थ्य विभाग को तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।
उत्तरी पटेल नगर सहित आसपास के इलाकों में डेंगू के मामलों ने स्थानीय लोगों को चिंता में डाल दिया है। बारिश के मौसम में मच्छरों के प्रजनन के कारण डेंगू का खतरा और बढ़ गया है। मुहल्ले में जलजमाव और गंदगी की समस्या पहले से है। डेंगू के मामले सामने आने के बाद अब डर और बढ़ गया है। प्रशासन को जल्द से जल्द सफाई और फॉगिंग करानी चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने डेंगू से बचाव के लिए कई उपाय सुझाए हैं:
- घर और आसपास के क्षेत्र में पानी जमा न होने दें।
- मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- मच्छरों से बचाव के लिए रेपेलेंट क्रीम या कॉइल का इस्तेमाल करें।
- बुखार या अन्य लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
स्थानीय लोगों ने नगर परिषद प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि समय पर फॉगिंग और सफाई अभियान न होने के कारण डेंगू जैसी बीमारियां फैल रही हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि हर साल बारिश के मौसम में मच्छरों की समस्या बढ़ जाती है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।
