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डीएम ने राजगीर मलमास मेला को लेकर की बैठक, अफसरों को दिए कई अहम निर्देश

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राजगीर (नालंदा दर्पण)। जुलाई-अगस्त 2023 में राजगीर में मलमास मेला का आयोजन निर्धारित है। मेला का शुभारंभ 18 जुलाई 2023 को होगा। इसकी पूर्व तैयारी को लेकर आज जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसी) के सभागार में सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।

इससे पूर्व दिसंबर माह में अयोजित बैठक में पंडा समिति के सदस्यों एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा पूर्व के अनुभवों के आधार पर मलमास मेला के व्यवस्थित एवं सफल आयोजन हेतु आवश्यक फ़ीडबैक एवं सुझाव प्राप्त किया गया था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दिये गए निदेश के आलोक में सरस्वती नदी की साफ सफाई एवं सरस्वती कुण्ड तथा घाट के जीर्णोद्धार हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा निविदा की कार्रवाई की जा रही है।

जिलाधिकारी ने मई माह तक सभी कार्य पूरा कराने का निदेश दिया। मुख्यमंत्री के निदेशानुसार कुण्ड क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए प्रतीक्षालय हॉल तथा शेड के निर्माण हेतु भी भवन निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई शुरू की गई है।

मेला आयोजन के अवसर पर विभिन्न कार्यों के लिए निविदा के माध्यम से एजेंसी का चयन किया जाएगा। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना के साथ पूर्व तैयारी की जा रही है।

उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति को सभी कराए जाने वाले कार्यों को समाहित करते हुए शर्तों एवं विशिष्टियों का निर्धारण कर सम्पूर्ण निविदा प्रक्रिया का ब्लूप्रिंट आगामी 7 दिनों में तैयार करने को कहा गया।

श्रद्धालुओं एवं संतों के अवासन के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी। आवासन स्थलों को अलग-अलग जोन के रूप में तैयार किया जाएगा। प्रत्येक आवासन जोन में हेल्प डेस्क, नियंत्रण कक्ष, स्वास्थ्य केंद्र, पेयजल, शौचालय आदि की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।

इन सभी बातों को समाहित करते हुए निविदा का ब्लूप्रिंट तैयार करने को कहा गया। ब्लू प्रिंट तैयार होने के बाद पुनः स्थानीय पंडा समिति/ आयोजन समिति एवं गणमान्य लोगों से इस पर विचार विमर्श कर आवश्यक संशोधन करते हुए अंतिम रूप दिया जाएगा।

मेला अवधि में मेला सैरात मैदान की बंदोबस्ती का कार्य अपर समाहर्ता अपने पर्यवेक्षण में सुनिश्चित कराएंगे। इसके लिए सोनपुर मेला आदि जैसे महत्वपूर्ण मेला की तर्ज़ पर पारदर्शी, व्यवस्थित एवं सुगम प्रक्रिया का ब्लूप्रिंट 15 दिनों में तैयार करने को कहा गया।

मेला के अवसर पर विभिन्न विभागों के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों के लिए अतिरिक्त मानव संसाधन/अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी। इसके लिए सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को अतिरिक्त आवश्यकताओं का आकलन सुनिश्चित करने को कहा गया।

पुलिस अधीक्षक को अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल, सिविल सर्जन को अतिरिक्त विशेषज्ञ चिकित्सक,सामान्य चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राजगीर को अतिरिक्त सफाई मजदूर, पर्यवेक्षक, उपकरण एवं अन्य संसाधन, पीएचईडी को अतरिक्त टैंकर एवं अन्य संसाधन, अग्निशमन पदाधिकारी को अतिरिक्त फायर ब्रिगेड वाहन आदि की आवश्यकताओं का आकलन सुनिश्चित करने को कहा गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य स्तर पर सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर अतिरिक्त आवश्यकताओं की ससमय उपलब्धता हेतु प्रयास किया जाएगा। राजगीर में पाइप लाइन बिछाने के क्रम में क्षतिग्रस्त सड़कों- गलियों की मरम्मती पीएचइडी एवं पथ निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है।

अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राजगीर को सभी सड़कों एवं गलियों का त्वरित सर्वे सुनिश्चित करते हुए अभी भी मरम्मती हेतु से शेष सड़कों-गलियों को सूचीबद्ध करने को कहा गया।

संपूर्ण मेला अवधि के लिए राजगीर क्षेत्र के लिए ट्रैफिक प्लान एवं पार्किंग प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया।  मेला अवधि में विभिन्न कार्यों के सफल क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण हेतु जिला स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन किया जाएगा। मेला आयोजन को लेकर पूर्व तैयारी हेतु दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा हेतु निरंतर अवधि पर बैठक की जाएगी।

बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर, भूमि सुधार उपसमहर्त्ता राजगीर,  जिला पंचायत राज पदाधिकारी, नजारत उप समाहर्ता, विभिन्न तकनीकी विभागों के अभियंता, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राजगीर, अंचलाधिकारी राजगीर सहित अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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