इस्लामपुर (नालंदा दर्पण)। पेयजल की कमी ने इस्लामपुर प्रखंड के ढेकवाहा गांव में गंभीर पेयजल संकट पैदा कर दिया, जिसके चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने इस्लामपुर-नालंदा मुख्य सड़क को जाम कर दिया। यह घटना उस समय हुई, जब गांव में नल-जल योजना के तहत पानी की आपूर्ति पिछले तीन दिनों से ठप थी। ग्रामीणों ने सड़क पर टायर जलाकर और आगजनी कर अपना विरोध दर्ज किया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों के अनुसार ढेकवाहा गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए स्थापित मोटर का बिजली मीटर रिचार्ज न होने के कारण जलापूर्ति बंद थी। गांव के अधिकांश चापाकल भी पानी के घटते जलस्तर के कारण बेकार हो चुके हैं। नल-जल योजना ही इस गांव में पानी का एकमात्र विश्वसनीय स्रोत है, लेकिन बिजली की कमी ने इसे भी प्रभावित कर दिया।
सुबह करीब 8 बजे शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन दो घंटे तक चला। ग्रामीणों ने सड़क पर टायर जलाए और नारे लगाकर प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान सड़क पर लंबी वाहनों की कतार लग गई, जिससे राहगीरों और स्थानीय व्यापारियों को भारी असुविधा हुई।
सूचना मिलते ही इसलामपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। शुरू में ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे कि जब तक पानी की आपूर्ति बहाल नहीं होगी, वे सड़क नहीं खोलेंगे। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिजली मीटर को रिचार्ज करवाया, जिसके बाद मोटर चालू हुआ और पानी की आपूर्ति शुरू हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क से जाम हटा लिया।
बहरहाल यह घटना न केवल ढेकवाहा गांव की समस्या को उजागर करती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की बदहाल स्थिति पर भी सवाल उठाती है। नल-जल योजना के तहत कई गांवों में पानी की आपूर्ति शुरू तो की गई, लेकिन रखरखाव और नियमित बिजली आपूर्ति की कमी इसे प्रभावी होने से रोक रही है।









