नालंदा डीईओ की लापरवाही से दशहरा में भी नहीं मिला शिक्षकों को वेतन

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। दशहरे जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर भी नालंदा जिले के समग्र शिक्षा से जुड़े शिक्षकों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है, जिसके कारण शिक्षक समुदाय में भारी नाराजगी है।

जबकि, राज्य द्वारा करीब एक सप्ताह पहले ही वेतन के लिए राशि आवंटित कर दी गई थी, लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) कार्यालय की लापरवाही के कारण अब तक वेतन का वितरण नहीं हो सका है।

वेतन प्रक्रिया में बदलाव बना विलंब का कारण: इस बार समग्र शिक्षा से वेतन भुगतान की प्रक्रिया में बदलाव किया गया था, जिसके संबंध में बिहार प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने 27 सितंबर को सभी जिलों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।

इसके बावजूद नालंदा जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) द्वारा इस पत्र को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसके परिणामस्वरूप हजारों शिक्षकों का वेतन अटका हुआ है।

हर महीने हो रही देरी: शिक्षकों का आरोप है कि जब से जिला शिक्षा पदाधिकारी ने नालंदा का पदभार संभाला है, तब से किसी भी महीने में वेतन का समय पर भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस बार दशहरे जैसे बड़े त्योहार के अवसर पर भी शिक्षकों को वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक परेशानियाँ बढ़ गई हैं।

शिक्षक समुदाय में आक्रोश: शिक्षक संगठनों ने इस लापरवाही पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि त्योहारों के समय वेतन का न मिलना अत्यंत निंदनीय है और इससे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है। वेतन का भुगतान शिक्षकों का अधिकार है और सरकारी आदेशों के बावजूद इसमें देरी होना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है।

प्रतिक्रिया और उम्मीद: शिक्षकों की मांग है कि संबंधित अधिकारी जल्द से जल्द इस मामले का संज्ञान लें और वेतन का भुगतान सुनिश्चित करें। कई शिक्षक संगठनों ने यह भी संकेत दिया है कि अगर इस मुद्दे का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।

वहीं, उम्मीद की जा रही है कि विभाग जल्द ही इस मामले को सुलझाएगा, ताकि शिक्षकों की कठिनाइयों का निवारण हो सके।

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