हिलसा (नालंदा दर्पण)। हिलसा थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि दिनदहाड़े मुख्य मार्ग पर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को गोली मारकर लूट की वारदात को अंजाम दे दिया। घटना कृष्णापुर गांव के पास हिलसा-फतुहा मुख्य मार्ग पर घटी, जहां बाइक सवार तीन हथियारबंद बदमाशों ने आईसीआईसीआई बैंक के फाइनेंस कर्मी से लोन वसूली का 56,870 रुपये से भरा बैग छीन लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने कर्मी के बाएं हाथ में गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि वारदात पुलिस की 112 गाड़ी पथ निर्माण विभाग के कार्यालय और घनी आबादी वाले इलाके से महज कुछ दूरी पर हुई, फिर भी बदमाश बेखौफ होकर फरार हो गए। इससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है और पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
घायल फाइनेंस कर्मी की पहचान राजगीर थाना क्षेत्र के लहुआ गांव निवासी कृष्ण राम के 28 वर्षीय पुत्र छोटू कुमार के रूप में हुई है। छोटू कुमार पटना स्थित आईसीआईसीआई बैंक में फाइनेंस विभाग में कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि वह बाइक लोन की वसूली के लिए हिलसा थाना क्षेत्र के भट्ट विगहा गांव गए थे। वहां ग्राहक सूरज कुमार से अपाची बाइक का लोन नो ड्यूज करते हुए पूरा बकाया राशि 56,870 रुपये वसूल किए। इसके बाद वह अपने घर राजगीर बाइक से जा रहे थे। भट्ट विगहा से हिलसा पहुंचते ही कृष्णापुर डीपीएस स्कूल से मात्र 200 मीटर पहले हिलसा-फतुहा मुख्य मार्ग पर उजला रंग की एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक किया।
बदमाशों ने चलती बाइक से ही छोटू की बाइक की चाबी छीन ली, जिससे बाइक रुक गई। इसके बाद बदमाशों ने रुपये से भरा बैग छीनने की कोशिश की। छोटू ने विरोध जताया तो बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया और पिस्तौल से फायरिंग कर दी। गोली उनके बाएं हाथ की कोहनी के नीचे लगी, जिससे वह बाइक से गिर पड़े। बदमाश बैग लूटकर लोहंडा की ओर फरार हो गए। गोली लगते ही छोटू चीखते रहे, लेकिन बदमाशों ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
घटना के तुरंत बाद राहगीर और आसपास के लोग जुट गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायल छोटू को आनन-फानन में ऑटो से अनुमंडलीय अस्पताल हिलसा पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया।
यह वारदात दोपहर के समय मुख्य सड़क पर हुई, जहां वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस की 112 इमरजेंसी गाड़ी तैनात थी। पास में पथ निर्माण विभाग का कार्यालय है और चारों तरफ घनी आबादी है। फिर भी बदमाशों ने बेखौफ होकर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया। इससे इलाके के लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस की गश्ती प्रभावी नहीं है। दिन में इतनी भीड़भाड़ वाली सड़क पर गोली चलाना, यह तो खुली चुनौती है। अगर पुलिस पास में थी तो बदमाश कैसे भाग गए?
घटना की सूचना मिलते ही हिलसा डीएसपी शैलजा और थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया, गवाहों से पूछताछ की और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बदमाशों की बाइक का नंबर और अन्य सुराग जुटाए जा रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है, हालांकि मुख्य मार्ग पर कैमरे की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
