नालंदा दर्पण डेस्क। राजधानी पटना में अनामिका गैस एजेंसी के वेंडर चंडी के बहादुरपुर गांव निवासी रंजीत राम की हत्या मामले का एसएसपी राजीव मिश्रा ने खुलासा कर दिया है। महज 24 घंटे भीतर कंकड़बाग थाने की पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता ठेला चालक राहुल समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी के अनुसार रंजीत के साथ साथी ठेला चालक राहुल ने ही 30 हजार रुपये की सुपारी देकर हत्या करवायी है। राहुल ने पुलिस को बताया कि रंजीत अक्सर गाली-गलौज और मारपीट करता था। इसी को लेकर कई दिनों से विवाद भी चल रहा था। इसी खुन्नस में आकर राहुल ने रंजीत की हत्या की सुपारी दे दी।
एसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले में घटना के वक्त गैस वेंडर के साथ ठेला चला रहे जक्कनपुर के रहने वाले राहुल कुमार, आलमगंज के रहने वाले शूटर संदीप कुमार, बाइक चला रहे वैशाली के सूरज कुमार, जवाहर कालोनी के सन्नी कुमार और राजेश कुमार को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, दोनों हेलमेट घटना के दौरान अपराधकर्मियों द्वारा पहने गये कपड़े, चार मोबाइल, एक देसी पिस्टल और दो मैगजीन बरामद भी की है। शूटर की मां की तलाश में छापेमारी चल रही है। वहीं हथियार बरामदगी के मामले में राजेश के खिलाफ आलमगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। उसी ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल को छिपाया है।
जांच में यह बात आयी कि राहुल ने संदीप और सूरज को रंजीत राम की हत्या के लिए 30 हजार की सुपारी दी थी। राहुल 5 हजार रुपया दोनों शूटरों को दे चुका था और शेष 25 हजार हत्या के बाद देना था।
बता दें कि बीते गुरुवार को घटना उस वक्त हुई जब राहुल और रंजीत राम एलआइजी कालोनी में गैस बांटने निकले थे। राहुल ठेला खींच रहा था और रंजीत राम पीछे से ठेला धकेल रहा था। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश पीछे से आये और रंजीत राम के सिर में गोली मारते हुए फरार हो गये।
सूरज की निशानदेही पर शूटर संदीप की हुई गिरफ्तारी: मिली जानकारी के अनुसार घटना के बाद पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। फुटेज के आधार पर गुरुवार की रात तक पुलिस ने बाइक चला रहे सूरज की पहचान कर ली और उसे थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
15 दिन पहले सन्नी के घर पर हुई थी प्लानिंगः जांच में यह बात आयी कि घटना से 15 दिन पहले सन्नी के घर पर पार्टी हुई थी और वहीं तय हुआ कि सूरज और संदीप रंजीत राम की हत्या करेगा। वहीं राहुल संदीप को पांच हजार रुपया दिया था। जांच के दौरान राजेश के घर से पुलिस ने हथियार बरामद किया।
हालांकि घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ। उसे संदीप की मां ने कहीं छिपा दिया। पुलिस संदीप की मां को भी तलाश रही है। ली। सूरज की निशानदेही पर आलमगंज के संदीप को गिरफ्तार किया गया। संदीप और सूरज ने पूछताछ में साजिशकर्ता के रूप में राहुल के बारे में पता चला, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद राहुल ने कहा कि उसने गोली की आवाज नहीं सुनी, उसे लगा कि रंजीत बीपी बढ़ने की वजह से गिर गया है। हालांकि जांच में यह बात सामने आयी कि रंजीत की मृत्यु होने के बाद राहुल ने शूटरों को फोन किया और कहा- काम हो गया है। अब हमलोगों को मिलकर रहना है।
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