Home करायपरशुराय जानें करायपरसुराय और हिलसा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी क्यों हुए निलंबित

जानें करायपरसुराय और हिलसा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी क्यों हुए निलंबित

0

हिलसा (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग के उपनिदेशक शिवनाथ प्रसाद ने नौ फरवरी को हिलसा और करायपरसुराय प्रखंडों के विभिन्न स्कूलों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान कई स्कूलों से बच्चे गायब तो कई में शिक्षक बिना सूचना के फरार मिले।

इस पर कार्रवाई करते हुए हिलसा के चिकसौरा और इन्दौत मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत कई शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया गया है। स्कूलों की शैक्षिक व्यवस्था लचर होने पर डीइओ का वेतन भी बंद कर आगे की कार्रवाई का आदेश उप निदेशक ने दिया है।

जुलाई 2023 के बाद लगातार स्कूलों की जांच करायी जा रही है। लेकिन, जिले के अधिकारियों व कर्मियों की जांच में कोई गड़बड़ी सामने नहीं आती हैं। जबकि, निदेशालय स्तर की जांच में गड़बड़ियों की भरभार मिलती हैं। इसकी पुष्टि शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों की जांच में सामने आयी है।

शिक्षा विभाग के उपनिदेशक शिवनाथ प्रसाद ने 9 फरवरी को हिलसा प्रखंड के चिकसौरा हाइस्कूल व मध्य विद्यालय और इन्दौत मध्य विद्यालय, करायपरसुराय प्लस टू स्कूल की जांच की थी। इन स्कूलों में गड़बड़ियों की भरमार पायी गयीं।

करायपरसुराय प्लस टू स्कूल में नामांकन के अनुरूप उपस्थिति कम मिली थी। 11वीं कक्षा के विज्ञान संकाय के एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं पाये गये थे। चिकसौरा प्लस टू स्कूल 11वीं कक्षा में एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं मिला।

नौवीं कक्षा के छात्रों ने बताया कि वर्ग का संचालन साढ़े तीन बजे तक होता है। मिशन दक्ष की तर्ज पर विशेष कक्षाएं नहीं चलती हैं। प्रधानाध्यापक ने भी वर्ग संचालन नहीं होने की बात स्वीकार की है।

प्रायोगिक परीक्षा के लिए बोर्ड द्वारा उपलब्ध करायी गयी उत्तर पुस्तिका की जांच करने पर पता चला कि अंक देने में गड़बड़ी की गयी है। उत्तर पुस्तिका के पहले पन्ने पर कुल प्राप्तांक अंकित हैं। लेकिन, प्रत्येक प्रयोग के लिए अलग-अलग अंक अंकित नहीं मिला।

अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सोमवार को पत्र जारी कर करायपरसुराय व हिलसा के बीइओ को निलंबित करने का आदेश दिया है। वहीं, करायपरसुराय प्लस टू स्कूल में प्रायोगिक परीक्षा 2024 में गड़बड़ी करने पर प्रधानाध्यापक राजीव नयन व कॉपी जांचकर्ता पर एफआइआर दर्ज कराने का आदेश जारी किया है।

साथ ही हिलसा के चिकसौरा और इन्दौत मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत शिक्षकों का वेतन बंद करते हुए विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है। अधिकारियों के द्वारा जांच में विभिन्न स्कूलों में कई कमियां पायी गयी थीं।

मिशन दक्ष की तर्ज पर कक्षाएं नहीं चलायी जा रही थी। प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा एक ही साथ तीन शिक्षकों की छुट्टी की स्वीकृति कर दी थी। विद्यालय में पठन-पाठन कार्य बाधित मिला।

प्रयोगशाला में मानक के अनुरूप उपकरण भी नहीं थे। रासायनिक अवयव भी कई साल से यथावत पड़े रहने के संकेत मिले अधिकारियों को प्रधानाध्यापक की शैक्षणिक कार्य में कोई रुचि नहीं होने का मामला प्रतीत हुआ।

चिकसौरा मध्य विद्यालय यहां निरीक्षण में एक शिक्षक मो अरशद आलम के अनुपस्थित रहने पर एक दिन की वेतन कटौती करने का आदेश दिया गया है। प्रधानाध्यापक पर अनुशासनिक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

इंदौत मध्य विद्यालय की जांच में तीसरी, चौथी, पांचवीं व छठीं कक्षाओं के बच्चे वर्ग कक्ष में बैठकर शोर-गुल करते पाये गये। वर्ग कक्ष में शिक्षक उपस्थित नहीं मिले, जबकि स्कूल में प्रधानाध्यापक समेत आठ शिक्षक तैनात थे। शिक्षकों की उपस्थिति जांच में प्रधानाध्यापक रामनरेश प्रसाद 3 फरवरी से स्कूल से अनुपस्थित पाये गये थे।

एक शिक्षक रंजीत पासवान ने अधिकारियों को बताया कि प्रधानाध्यापक आकस्मिक अवकाश में हैं, जबकि, बीईओ ने आकस्मिक अवकाश की सूचना नहीं होने की जानकारी दी। गड़बड़ी करने वाले शिक्षक पर प्राथमिकी के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है।

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=tPhcVgqOdes[/embedyt]

युवक ने नग्न अवस्था में मोबाइल से ऑनलाइन वीडियो दिखाते हुए लगा ली फांसी

सरस्वती पूजा-शबे बारात को लेकर डीएम की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक

बिहारशरीफ सदर अस्पताल में नवजात की मौत मामले में सिविल सर्जन को लगी कड़ी फटकार

रामघाट में उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी का भव्य स्वागत

शेखाना हाई स्कूल केंद्र में बाउंड्री फांदने वाले 10 इंटर परीक्षार्थियों पर कार्रवाई

error: Content is protected !!
Exit mobile version