नालंदा दर्पण। बिहारशरीफ में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पंचाने नदी का पानी शहर के पश्चिमी इलाके में बसे कई मुहल्ले में घुस गया है। वर्षा का पानी जिलाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक, एसडीओ, सिविल सर्जन, जिला जज एवं कई वरीय पदाधिकारी के घरों में घुसा है।
जिले के लोकाइन, सुढ़ी, भूतही, मुहाने, पैमार, पंचाने, सकरी, गोइठवा एवं जिराइन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई मुहल्ले जलमग्न, सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर डीएम-एसपी आवास में टेहुना भर पानी, पदाधिकारी परेशान रेलवे ट्रैक व राजमार्ग को छूने के लिए उफन रहीं नदियां गुरुवार को डीएम व एसपी के आवास से वर्षा का पानी निकालने के लिए दिनभर मजदूर मशक्कत करते रहे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
अपने आवासीय क्षेत्र से जल निकासी के लिए एसपी जितेन्द्र राणा ने घंटे भर जल निकासी के लिए हो रहे कसरत को देखा व समझा। राजगीर-बख्तियारपुर रेलखंड में रहुई व सोहसराय के समीप बाढ़ का पानी पटरी को छूने को है। इसी तरह बिहार को झारखंड से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ने का खतरा बढ़ गया है।
बिहारशरीफ-परबलपुर-एकंगरसराय मार्ग में देवी सराय के समीप बाढ़ का पानी चढ़ गया है। कुछ ऐसा ही हाल बिहारशरीफ-राजगीर मार्ग में है। बिहारशरीफ टेलीफोन एक्सचेंज एवं देवी सराय प्रखंड कार्यालय, बिजली आफिस सहित कई सरकारी विभागों में कार्य प्रभावित है। टेलीफोन सेवा भी बाधित हुई है।
शहर के अधिकांश इलाके जलमग्न हैं। गली-मुहल्ले से लेकर प्रमुख मार्ग जलमग्न हैं। कई मार्गो को लोग जैसे-तैसे पार कर रहे हैं। इधर जिलाधिकारी ने बाढ़ व जलजमाव को लेकर वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर हालत का जायजा लिया है।
नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव के लिए डीएम ने निगम के प्रशासन को दोषी ठहराया है और कहा है कि बरसात के पूर्व नाले की सफाई नहीं की गयी है। इधर नदियों में आये उफान से सैकड़ों हेक्टेयर में लगे फसल की बर्बादी हुई है। (दिलीप कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
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