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एनएच-20 पर डिवाइडर से टकराई वैन, 21 प्रवासी मजदूरों में 3 की मौत, 16 जख्मी

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Van collided with divider, 3 out of 21 migrant labourers died, 16 injured
Van collided with divider, 3 out of 21 migrant labourers died, 16 injured

रहुई (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में वेना थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरनावां मोड़ के पास बख्तियारपुर-रजौली एनएच-20 पर बीती रात एक भयानक सड़क दुर्घटना में 3 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य मजदूर घायल हो गए। मृतकों में एक 2 माह की बच्ची भी शामिल है। मृतकों की पहचान नवादा जिला के स्टालिन नगर निवासी बोध मांझी, उनकी बेटी आंचल कुमारी और मनोज मांझी के रूप में हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार सभी मजदूर एक ही पिकअप वैन में सवार होकर गोरखपुर के एक ईंट भट्ठे पर काम करने जा रहे थे। हादसा तब हुआ, जब रात करीब 2 बजे सिरनावां मोड़ के पास वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया और वैन डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ मजदूर पिकअप से बाहर फेंका गए और करीब 20 फीट दूर गड्ढे में जा गिरे।

घटना स्थल पर बोध मांझी, आंचल कुमारी और मनोज मांझी की मौत हो गई। जबकि अन्य 16 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल मजदूरों को स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से तुरंत अस्पताल भेजा गया। गंभीर रूप से घायल वीरू मांझी, बाला मांझी और अनुज मांझी को पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जबकि बाकी घायलों का इलाज बिहारशरीफ सदर अस्पताल में चल रहा है।

यह खबर जैसे ही नवादा जिले के स्टालिन नगर पहुंची, वहां मातम पसर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत और अन्य 16 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने से गांव में शोक का माहौल है। सभी प्रवासी मजदूर बेहतर जीवन की तलाश में गोरखपुर जा रहे थे, लेकिन यह सफर उनके जीवन का सबसे कष्टदायक और दुखद बन गया।

स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें राहत कार्य में जुट गईं हैं। सदर एसडीओ अखिलेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने घायलों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल नवादा में भर्ती करवाया।

इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और उनके परिवहन के दौरान की जाने वाली अनदेखी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ओवरलोडेड वाहन और अकुशल चालक के चलते ऐसे हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। जो जानलेवा साबित हो रहे हैं। शाथ ही उन चुनौतियों की ओर भी इशारा करती है, जो रोजगार के लिए अपने गांवों से दूर जाने वाले मजदूरों को हर दिन झेलनी पड़ती है।

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