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बिंद में 11 वर्षीया किशोरी के साथ दुष्कर्म, पूर्व प्रमुख पति गिरफ्तार

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिंद थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। एक 11 वर्षीया किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपी कोई और नहीं, बल्कि 63 वर्षीय पूर्व प्रमुख पति दिलीप कुमार उर्फ दिलीप महतो है। इस जघन्य अपराध ने न केवल स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया है, बल्कि बाल सुरक्षा और सामाजिक नैतिकता पर गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।

यह घटना उस समय प्रकाश में आई, जब पीड़ित किशोरी अपनी सहेली के साथ थी और उसे बिस्किट का लालच देकर आरोपी के घर ले जाया गया। किशोरी ने अपनी माँ को बताया कि उसकी सहेली ने उसे दिलीप महतो के घर ले जाकर अकेला छोड़ दिया। मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी ने कथित तौर पर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसने बच्ची को धमकी दी कि यदि उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो वह उसकी जान ले लेगा। डर और सदमे में डूबी किशोरी घर लौटी, लेकिन उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।

माँ को बेटी की हालत पर संदेह हुआ, जब वह उसे नहलाने की कोशिश कर रही थी। किशोरी शुरू में डर के कारण चुप रही, लेकिन बाद में हिम्मत जुटाकर उसने अपनी माँ को पूरी आपबीती सुनाई। माँ ने तुरंत इसकी सूचना परिजनों को दी और परिवार ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई।

घटना की सूचना मिलते ही बिंद थाना प्रभारी चंदन कुमार सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दिलीप महतो को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम के साथ साक्ष्य एकत्र किए। नालंदा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भारत सोनी ने स्वयं घटनास्थल का मुआयना किया और थाना प्रभारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सदर डीएसपी नूरुल हक ने बताया कि आरोपी को मेडिकल जाँच के लिए पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया और फिर उसे न्यायिक हिरासत में सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है और सभी आवश्यक कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।

दुष्कर्म के बाद किशोरी की हालत गंभीर हो गई। जिसके कारण उसे तुरंत बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की एक टीम उसकी स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। सूत्रों के अनुसार किशोरी की हालत नाजुक बनी हुई है और उसका इलाज जारी है। इस घटना ने न केवल पीड़िता के परिवार को, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है।

इस घटना ने स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश पैदा किया है। ग्रामीणों ने आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की माँग की है। कई लोगों ने इस बात पर चिंता जताई कि एक पूर्व प्रमुख का पति, जो समाज में एक सम्मानित स्थान रखता है, इस तरह के जघन्य अपराध में शामिल हो सकता है। यह घटना समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना पर गंभीर सवाल उठाती है।

बेशक यह घटना नालंदा जिले में बाल सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने और उन्हें ऐसी परिस्थितियों से बचाने के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। साथ ही स्कूलों और परिवारों में बच्चों को गुड टच और बैड टच जैसे विषयों पर शिक्षित करने की आवश्यकता है। ताकि वे ऐसी परिस्थितियों में सही निर्णय ले सकें।

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